जयपुर: प्रथम बारः आरपीएससी में नवनियुक्त लिपिकों को क्षमता संवर्धन हेतु दिया गया सघन प्रशिक्षण

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जयपुर। राजस्थान लोक सेवा आयोग में नवनियुक्त लिपिकों को दक्ष एवं प्रशिक्षित करने के लिए 7 दिवसीय सघन प्रशिक्षण अभियान चलाया गया। कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा के परिणाम अंतर्गत इन 55 लिपिकों द्वारा राजस्थान लोक सेवा आयोग में माह सितंबर में कार्यग्रहण किया गया था। आयोग अध्यक्ष श्री उत्कल रंजन साहू ने कहा कि आयोग के इतिहास में पहली बार है कि नवनियुक्त होने वाले कार्मिकों के लिए इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस प्रारंभिक सघन प्रशिक्षण से नवनियुक्त कार्मिक आत्मविश्वास से परिपूर्ण होकर राजकीय कार्य हेतु सशक्त हुए हैं। इससे मानव संसाधन के रूप में इनका विकास हो रहा है, जो आयोग को आगामी 30 वर्षों से अधिक समय तक उत्कृष्ट एवं विश्वसनीय सेवाएं देने में सक्षम होगा। आयोग सचिव श्री रामनिवास मेहता ने कार्यक्रम के संबध में जानकारी देते हुए बताया कि नवनियुक्त कार्मिकों के लिए 14 विषयों पर प्रशिक्षण-सत्रों का आयोजन किया गया। इन सत्रों में वरिष्ठ उप सचिव, उप सचिव, सहायक सचिव, विधि परामर्शी एवं अनुभाग अधिकारी स्तर के अनुभवी कार्मिकों द्वारा संबंधित विषयों पर कार्मिकों को जानकारी दी गई। इसके साथ ही कार्मिकों की शंकाओं व जिज्ञासाओं के समाधान हेतु 7 रिवीजन सत्र भी आयोजित किए गए। इस दौरान 14 परीक्षाओं का भी आयोजन किया जाकर प्रशिक्षणार्थियों को उनके प्रदर्शन के आधार पर रैंक दिए गए।

इन विषयों का दिया गया प्रशिक्षण—
राजस्थान सिविल सेवा (आचरण नियम) 1971, राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा (भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम के अध्युपाय) अधिनियम 2022, परीक्षा निर्देशिका, गोपनीय शाखा संबंधित प्रशिक्षण, राजस्थान लोक सेवा आयोग- राजपत्रित स्टाफ नियम तथा मंत्रालयिक एवं अधीनस्थ सेवा नियम, परीक्षा आयोजना कार्य, डीपीसी, भर्ती, कुंजी वैधता, कॉलेज शिक्षा, शिक्षा विभाग, आरएएस नियम, राजकाज कार्य, विभागीय जांच, जालसाजी के मामलों में प्रकरण दर्ज कराना तथा न्यायालय प्रक्रियाओं के तहत गवाहों की मुख्य परीक्षा, प्रति परीक्षा, पुनः परीक्षा एवं तथ्य प्रस्तुत करने संबंधी जानकारी

मेंटरशिप प्रोग्राम—
नवनियुक्त लिपिक कार्मिकों के लिए वरिष्ठ एवं अनुभवी कार्मिकों को परामर्शदाता नियुक्त किया गया है। नवनियुक्त कार्मिकों के बैच बनाकर वरिष्ठ उप सचिव, उप सचिव, सहायक सचिव, सलाहकार, एवं अनुभाग अधिकारी स्तर के अनुभवी कार्मिकों को इनका मेंटर बनाया गया है। मेंटर आयोग की कार्यप्रणाली, नियमों, और अन्य विभागीय कार्यों संबंधी विषयों पर सलाह तथा जानकारी प्रदान करते हैं। कार्मिकों की प्रगति की जानकारी निर्धारित अंतराल पर आयोग सचिव को दी जाती है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में आयोग की कार्यशैली, नियम तथा अनुभागों के संबंध में स्पष्ट एवं विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। इस दौरान परीक्षाओं का आयोजन भी किया गया, जिससे प्रशिक्षणार्थी अपने नियमों व प्रक्रिया संबंधी ज्ञान का मूल्यांकन कर सके।

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