नई दिल्ली। कॉफी का नाम सुनते ही ज्यादातर लोग इसे पीकर एनर्जी पाने के बारे में सोचते हैं, लेकिन बीते कुछ वर्षों में स्किनकेयर दुनिया में कॉफी का उपयोग तेजी से बढ़ा है। खासकर फेसपैक के रूप में इसका इस्तेमाल ग्लो बढ़ाने, डेड स्किन हटाने और त्वचा को टाइट करने के लिए किया जाता है। सोशल मीडिया पर कॉफी फेसपैक को लेकर ढेरों वीडियो वायरल होते रहते हैं, जिनमें दावा किया जाता है कि ये हर तरह की त्वचा के लिए फायदेमंद है। लेकिन क्या सच में हर कोई कॉफी से बना फेसपैक इस्तेमाल कर सकता है? क्या यह सभी स्किन टाइप के लिए सुरक्षित है, या कुछ लोगों को इससे दूर रहना चाहिए? दरअसल, कॉफी में एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, लेकिन हर स्किन की ज़रूरत और संवेदनशीलता अलग होती है। इसलिए समझना जरूरी है कि यह फेसपैक किन लोगों के लिए फायदेमंद है और किन्हें इससे एलर्जी या इरिटेशन हो सकता है।
कॉफी फेसपैक के फायदे
कॉफी एक प्राकृतिक एक्सफोलिएटर है, जो मृत त्वचा हटाकर चेहरा मुलायम और साफ बनाती है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट त्वचा की डलनेस कम कर चेहरे को ताजगी और हल्का ग्लो देते हैं। इसके साथ-साथ कैफीन रक्त संचार बढ़ाता है, जिससे चेहरे की सूजन और पफीनेस कम होती है। ये ऑयली स्किन पर अच्छी तरह काम करता है और पोर्स की गंदगी निकालकर अतिरिक्त तेल कम करता है। अगर स्कन पर टैनिंग है तो हल्की टैनिंग और पिगमेंटेशन को कम करने में भी कॉफी फेसपैक मददगार माना जाता है।
कॉफी फेसपैक के नुकसान
सेंसिटिव स्किन वाले लोगों को कॉफी के कणों से खुजली, जलन या लालपन हो सकता है। एक्टिव पिंपल या एक्ने पर लगाने से इंफेक्शन बढ़ सकता है क्योंकि रगड़ से पिंपल फट सकते हैं। ड्राई स्किन पर कॉफी फेसपैक त्वचा को और ज्यादा रूखा बना सकता है। कॉफी या कैफीन से एलर्जी वाले लोगों को असहजता या रिएक्शन हो सकता है।
किन लोगों को कॉफी फेसपैक सूट करेगा?
* ऑयली स्किन वालों को
* नॉर्मल स्किन वालों की
* कॉम्बिनेशन स्किन वालों को
* हल्की टैनिंग या डल स्किन वाले लोग
* जिनके चेहरे पर ब्लैकहेड्स या हल्की पफीनेस हो
किन लोगों को कॉफी फेसपैक नहीं सूट करेगा?
* बहुत ज्यादा सेंसिटिव स्किन वाले लोगों को
* एक्ने, सनबर्न या स्किन इंफेक्शन वाले
* जिनको कॉफी से एलर्जी हो
* अत्यधिक ड्राई स्किन वाले लोगों को
सुरक्षित उपयोग कैसे करें?
* हमेशा पैच टेस्ट करें
* चेहरे पर बहुत ज्यादा रगड़ न करें
* ड्राई स्किन हो तो इसमें दही, एलोवेरा या शहद मिलाकर लगाएं
* हफ्ते में एक-दो बार से ज्यादा उपयोग न करें



