टोंक। मांशी बांध से रबी संवत् 2082 (वर्ष 2025-26) में उपलब्ध पानी फसलों में पिलाई में दिये जाने के लिए मांशी बांध जल वितरण कमेटी की बैठक अतिरिक्त जिला कलेक्टर राम रतन सौकरिया की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्टर सभागार में आयोजित हुई। राज्य सरकार के आदेशानुसार मांशी बांध के सिंचित क्षेत्र की जल उपयोक्ता संगमों का निर्धारण निर्धारित प्रक्रियानुसार किया हुआ है। चुनाव प्रक्रिया द्वारा जनतांत्रिक माध्यम से सिंचित क्षेत्र के खातेदार कृषकों को चुना गया है। इस परियोजना में 4 जल उपयोक्ता संगमों का गठन किया हुआ है।
नहरो की सफाई कार्य के लिए मनरेगा मद में कार्य कराये गये है तथा नहर में पानी छोडे जाने से पूर्व इन नहरों की मरम्मत एवं साफ सफाई का कार्य पूर्ण करा लिया गया है। बैठक में मंगलवार से मांशी बांध से नहर में पानी खोलने एवं उपलब्ध पानी को सिंचाई के लिए दिए जाने निर्णय लिया गया।
मांशी बांध की वर्तमान स्थिति
जल संसाधन विभाग के अधिशाषी अभियंता निरंजन मीणा ने बताया कि मांशी बांध का गेज 10 फिट है। जिससे टोंक जिले के पीपलू तहसील के 29 गांवों की 6 हजार 985 हेक्टर भूमि को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। इस क्षेत्र का सिंचित एरिया 4 हजार 890 हैक्टर है। इस परियोजना की मुख्य नहर 42.18 किमी एवं 9 माईनर सिस्टम की कुल लंबाई 28.65 किमी है। वर्तमान में मांशी बांध पूर्ण भरा हुआ है।



