नई दिल्ली। इंडिया एआई प्री-समिट इवेंट में गूगल ने भारत में ऑनलाइन सुरक्षा को मजबूत करने के लिए कई बड़े एलान किए। कंपनी ने नए एंटी-स्कैम टूल्स, सुरक्षा फीचर्स और कई संस्थानों के साथ साझेदारी बढ़ाने की जानकारी दी।
नए टेक्नोलॉजी टूल्स से DPDP एक्ट लागू करने में मदद मिलेगी
आईटी मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि डिजिटल पर्सनल डाटा प्रोटेक्शन (DPDP) एक्ट को लागू करने के लिए अब कुछ खास प्राइवेसी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा, जैसे- फेडरेटेड लर्निंग, होमोमोर्फिक एन्क्रिप्शन, डिफरेंशियल प्राइवेसी आदि। मंत्रालय के अधिकारी विकाश चौरसिया ने कहा कि “डाटा सुरक्षा कानून बन गया है अब उसे लागू करना बाकी है। इसके लिए PETs (प्राइवेसी एन्हैंसिंग टेक्नोलॉजी) सबसे जरूरी होंगे। इसी वजह से हम आआईटी मद्रास के सेंटर फॉर रिस्पॉन्सिबल एआई (CeRAI) जैसे संस्थानों के साथ साझेदारी बढ़ा रहे हैं”। यह चर्चा गूगल इंडिया के जरिए 20 नवंबर को दिल्ली में आयोजित की गई थी। यह एआई प्री-समिट फोरम फरवरी 2026 में होने वाले बड़े इंडिया एआई इंपैक्ट समिट से पहले की तैयारियों का हिस्सा है।
गूगल का मल्टी-लेयर एआई सिक्योरिटी मॉडल
इवेंट में गूगल ने बताया कि वह एआई की मदद से भारतीय यूजर्स को ऑनलाइन फ्रॉड और डिजिटल स्कैम से कैसे बचाएगा। इसी दौरान कई नए फीचर्स और सुरक्षा अपग्रेड्स की घोषणा की गई।
1. पिक्सेल फोन के लिए नया स्कैम डिटेक्शन फीचर
गूगल पिक्सेल फोन में अब एक नया स्कैम डिटेक्शन फीचर आने वाला है। यह फीचर जेमिनी नैनो एआई की मदद से कॉल को रियल-टाइम में फोन पर ही स्कैन करेगा। अगर कॉल स्कैम जैसी लगेगी, तो तुरंत चेतावनी देगा। खास बात यह है कि कॉल की कोई रिकॉर्डिंग या डाटा गूगल सर्वर पर नहीं जाएगा। फीचर डिफॉल्ट रूप से बंद रहेगा और सिर्फ अनजाने नंबर की कॉल पर काम करेगा। कॉल पर मौजूद लोगों को एक बीप सुनाई देगी और यूजर चाहे तो इसे कभी भी बंद कर सकता है।
2. डिजिटस अरेस्ट स्कैम रोकने के लिए नया अलर्ट
भारत में तेजी से बढ़ रहे ‘डिजिटल अरेस्ट स्कैम्स’ को रोकने के लिए गूगल एक नया फीचर भी टेस्ट कर रहा है। एंड्रॉयड 11 या उससे ऊपर वाले फोंस में अगर आप स्क्रीन शेयर करेंगे और सामने वाला कॉन्टैक्ट अनजान व्यक्ति होगा तो एक बड़ा चेतावनी मैसेज दिखेगा। इसमें कॉल को तुरंत काटने या स्क्रीन शेयरिंग बंद करने का वन-टैप विकल्प होगा। गूगल ने यह फीचर गूगल प्ले, नावी और पेटीएम जैसे फिनटेक पार्टनर्स के साथ मिलकर बनाया है।
3. ePNV बनेगा नया सुरक्षित नंबर वेरिफिकेशन सिस्टम
गूगल ने एक नया एंड्रॉयड सिक्योरिटी प्रोटोकॉल एनहैंस्ड फोन नंबर वेरिफिकेशन (ePNV) भी पेश किया है। यह SMS ओटीपी की जगह ले सकता है और सिम चेक के जरिए अधिक सुरक्षित और सहमति-आधारित वेरिफिकेशन देता है।
गूगल की अन्य सुरक्षा उपलब्धियां
गूगल पे हर हफ्ते 10 लाख से ज्यादा फ्रॉड अलर्ट दिखाता है। गूगल प्ले प्रोटेक्ट अब तक 11.5 करोड़ से ज्यादा संदिग्ध एप इंस्टॉल को ब्लॉक कर चुका है, जो गलत परमिशन देकर धोखाधड़ी कर सकते थे।



