नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने चालू वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही के नतीजे का ऐलान कर दिया है। 30 सितंबर को समाप्त जुलाई-सितंबर तिमाही में बैंक का मुनाफा 33 फीसदी बढ़कर 1,213 करोड़ रुपये रहा। बैंक को वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में 913 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। सेंट्रल बैंक ने शुक्रवार को जारी बयान में बताया कि चालू वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में उसका कुल कारोबार 14.43 प्रतिशत बढ़कर 6.45 लाख करोड़ रुपये से 7.38 लाख करोड़ रुपये हो गया। सरकारी स्वामित्व वाले बैंक के मुताबिक जुलाई-सितंबर तिमाही में कुल जमा राशि 13.40 फीसदी बढ़कर 4.44 लाख करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 3.92 लाख करोड़ रुपये थी। इस दौरान सेंट्रल बैंक की सकल गैर निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) 3.01 फीसदी रही, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 4.59 फीसदी थी। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया भारत में सार्वजनिक क्षेत्र का प्रमुख बैंक है, जिसकी स्थापना स्वदेशी आंदोलन से प्रभावित होकर एक पारसी बैंकर सर सोराबजी पोचखानवाला ने 1911 में की थी। इस बैंक को पहला भारतीय वाणिज्यिक बैंक होने का गौरव प्राप्त है, जिसका पूर्ण स्वामित्व और प्रबंधन स्थापना के समय भारतीयों के हाथ में था।

सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का जुलाई-सितंबर तिमाही में मुनाफा 1,213 करोड़ रुपये
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