नई दिल्ली। महंगाई के मोर्चे पर आम आदमी को बड़ी राहत मिली है। खुदरा महंगाई के बाद थोक महंगाई दर में गिरावट आई है। खाने-पीने की चीजों के दाम घटने से सितंबर महीने में थोक महंगाई दर घटकर 0.13 फीसदी पर आ गई। इससे पहले अगस्त में यह 0.52 फीसदी रही थी। पिछले वर्ष सितंबर में यह 1.91 फीसदी थी। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने मंगलवार को जारी आंकड़ों में बताया कि सितंबर महीने में खाद्य और ईंधन की कीमतों में भारी गिरावट से थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित थोक महंगाई दर घटकर 0.13 फीसदी रह गई, जो अगस्त में 0.52 फीसदी थी। इससे पहले जुलाई और जून महीने में ये क्रमशः -0.58 फीसदी और -0.19 फीसदी रही थी। आंकड़ों के मुताबिक खाद्य वस्तुओं की कीमतें सितंबर में 5.22 फीसदी कम हुईं, जबकि अगस्त में यह 3.06 फीसदी था। सब्जियों की कीमत सितंबर महीने में 24.41 फीसदी घटीं है, जबकि अगस्त में यह 14.18 फीसदी कम हुई थीं। विनिर्मित उत्पादों के मामले में महंगाई अगस्त के 2.55 फीसदी के मुकाबले घटकर 2.33 फीसदी रह गई। मंत्रालय के मुताबिक सितंबर, 2025 में मुद्रास्फीति यानी महंगाई की सकारात्मक दर मुख्य रूप से खाद्य उत्पादों, अन्य विनिर्माण, गैर-खाद्य वस्तुओं, अन्य परिवहन उपकरणों और वस्त्रों आदि की कीमतों में वृद्धि के कारण है। इसके अलावा ईंधन और बिजली की कीमतें सितंबर में 2.58 फीसदी कम हुईं, जबकि अगस्त महीने में इनमें 3.17 फीसदी की गिरावट आई थी। उल्लेखनीय है कि सितंबर महीने में खुदरा महंगाई दर घटकर 8 साल के निचले स्तर 1.5 फीसदी पर आ गई है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) खुदरा महंगाई दर पर नजर रखता है। केंद्रीय बैंक ने अक्टूबर महीने की शुरुआत में नीतिगत दरों को 5.5 फीसदी पर अपरिवर्तित रखा था।

थोक महंगाई दर सितंबर महीने में घटकर 0.13 फीसदी पर आई
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