डीडवाना : खुलेआम फेंकी जा रही सिंगल यूज प्लास्टिक, तालाबों में फेंकी जा रही सिंगल यूज प्लास्टिक पानी हो रहा दृष्टि

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डीडवाना। जिला मुख्यालय पर सिंगल यूज प्लास्टिक को लेकर लगातार प्रशासन के द्वारा अभियान चलाया जाता है, सिंगल यूज प्लास्टिक को जप्त किया जाता है,लेकिन सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग सबसे ज्यादा होता है,किसी भी सामग्री को लाने के लिए सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल होता है,बाद में इस सिंगल यूज प्लास्टिक को सड़कों पर फेंक दिया जाता है,जिसके चलते कई जगह सिंगल यूज प्लास्टिक के पेड़ तक बन चुके हैं,वही गोवंश भी इनका सेवन करते हैं,जिसकी वजह से उनकी मृत्यु हो जाती है,इतना ही नहीं लोगों में जागरूकता की कमी की वजह से लोग सिंगल यूज प्लास्टिक को नदी तालाब में भी फेंक रहे हैं, जिसकी वजह से उनका पानी खराब हो रहा है,वहीं उन तालाबों में पानी पीने आने वाले जानवर भी कहीं ना कहीं गलती से सिंगल यूज का सेवन कर लेते हैं,एव मृत्यु की ओर चले जाते हैं,आम जन में काफी ज्यादा जागरूकता की कमी है,जिस तरह छोटे-बड़े कार्यक्रमों में अपने कचरे को एकत्रित करने के लिए यह किसी भी सामग्री को जल में प्रवाहित करने के लिए सिंगल यूज प्लास्टिक में उस सामग्री को भर जाता है,एव उस सामग्री को भरकर सीधा सिंगल यूज प्लास्टिक के साथ में तालाबों में फेंक दिया जाता है,जिसकी वजह से तालाबों में चारों ओर सिंगल यूज प्लास्टिक भी नजर आती है, पानी भी खराब होता जा रहा है,वही इस पानी में जानवर जो पानी पीने आते हैं वह भी सही तरीके से पानी नहीं पी पाते हैं,जिस तरह से सिंगल यूज प्लास्टिक पूरे तालाब में फैल जाती है, सिंगल उसे प्लास्टिक का कचरा तालाब में ही नहीं शहर में जगह-जगह बिखरा हुआ पड़ा रहता है,सरकार को जरूरत है कठोर कदम उठाने की जिस तरह सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल होता है,इसके कई दुष्परिणाम सामने आते हैं,लेकिन फिर भी कोई उचित कार्रवाई नहीं होती है,खानापूर्ति के तौर पर अभियान चलाते हैं,कुछ किलो प्लास्टिक जप्त होती है,एव कार्रवाई शांत हो जाती है,हाल ही में मूर्ति विसर्जन हुआ है,जिसमें करीब 16 दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन हुआ है, इन सभी विसर्जन के बाद में दुर्गा प्रतिमा के पास इस्तेमाल की गई सामग्री को प्लास्टिक में भरकर तालाब में फेंका गया है,करीब एक विसर्जन में 20 से अधिक सिंगल यूज प्लास्टिक की पॉलिथीन को फेंका गया है,जो सारी तालाब में ऊपर तैरती हुई नजर आ रही है।

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