जयपुर। राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री गिर्राज प्रसाद तिवारी के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। देवनानी ने कहा है कि स्वर्गीय तिवारी संसदीय परंपराओं के गहरे जानकार थे। स्वर्गीय तिवारी ने विधानसभा अध्यक्ष पद पर रहते हुए संसदीय परंपराओं का निर्वहन कराया। श्री देवनानी ने कहा कि स्वर्गीय तिवारी का सार्वजनिक जीवन निष्ठा, सरलता और जन सेवा को समर्पित रहा। स्वर्गीय तिवारी लोकतांत्रिक मूल्य और जनहित मुद्दों के प्रति सजग रहे। उनका निधन राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति है। देवनानी ने कहा कि उनकी दीर्घ आयु और स्वस्थ जीवन उनके सादगीपूर्ण जीवन की मिसाल थी। देवनानी ने दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतृप्त परिजनों को इस दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने के लिए परमपिता परमेश्वर से प्रार्थना की है। उल्लेखनीय है कि पांचवी और आठवीं विधानसभा के सदस्य रहे तिवारी 29 मार्च, 1985 से 31 जनवरी, 1986 तक राजस्थान विधानसभा के उपाध्यक्ष और 31 जनवरी, 86 से 11 मार्च, 1990 तक राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष पद पर रहे। तिवारी राजस्थान विधानसभा की गृह समिति और विशेषाधिकार समिति के सदस्य भी रहे।

जयपुर; संसदीय परंपराओं के गहरे जानकार थे स्वर्गीय तिवारी : वासुदेव देवनानी
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