नई दिल्ली। दुबई में बुधवार का दिन एशिया कप के लिए बेहद असामान्य रहा। लंबे समय तक ऐसा लगा मानो मैदान पर कोई खेल ही नहीं होगा। मैच निर्धारित समय से एक घंटे देर से शुरू हुआ और शुरुआत में यूएई टीम सुपर फोर में पहुंचने की प्रबल दावेदार नजर आई। बावजूद इसके, अंततः पाकिस्तान ने रोमांचक मुकाबले में बाज़ी मार ली और 21 सितंबर को भारत के खिलाफ होने वाले बहुप्रतीक्षित मुकाबले को सुनिश्चित कर दिया।
दोपहर में पाकिस्तान टीम होटल में बैठी रही, लाहौर से हरी झंडी का इंतजार करती हुई। मैदान पर भी हालात कुछ बेहतर नहीं थे। पाकिस्तान 114/7 के संकट में था, लेकिन शाहीन अफरीदी की 14 गेंदों पर 29 रन की पारी ने टीम को 146 तक पहुंचाया। यह स्कोर परिस्थितियों के लिहाज से छोटा माना जा रहा था, लेकिन पाकिस्तान ने शानदार गेंदबाज़ी और दमदार फील्डिंग से इसे जीत में बदल दिया।
फखर ज़मान (50) ने पारी को संभाला, जबकि हरिस रऊफ ने वापसी करते हुए दो महत्वपूर्ण विकेट लिए। वहीं मोहम्मद नवाज़ की फुर्तीली फील्डिंग और शानदार कैच ने मैच का रुख बदल दिया। पाकिस्तान ने यूएई की टीम को अंतिम ओवरों में ध्वस्त कर दिया और मात्र 20 रन के भीतर छह विकेट झटके।
यूएई के गेंदबाज़ जुनैद सिद्दीक़ी (चार विकेट) और स्पिनर सिमरनजीत सिंह ने कड़ी चुनौती दी थी। कप्तान मोहम्मद वसीम ने भी ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की और एसोसिएट राष्ट्रों के लिए सर्वाधिक टी20 अंतरराष्ट्रीय रन बनाने वाले बल्लेबाज़ बने। हालांकि उनकी पारी टीम को जीत तक नहीं ले जा सकी।
पाकिस्तान का 146/9 का स्कोर अब एशिया कप में तीसरा सबसे कम सफलतापूर्वक बचाया गया लक्ष्य बन गया है। शाहीन अफरीदी ने बल्ले और गेंद दोनों से अहम योगदान दिया और आखिरकार पाकिस्तान सुपर फोर में पहुंच गया।
अब अगली बड़ी परीक्षा भारत के खिलाफ है, जो इस टूर्नामेंट की असली कसौटी साबित होगी।