पटना। जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव को “एक्सपायरी दवाइयाँ” करार देते हुए आरोप लगाया कि वे भ्रष्टाचार और बेरोजगारी को खत्म नहीं कर सकते। किशोर ने यहाँ संवाददाताओं से कहा कि यह अच्छी बात है कि बिहार में पहली बार नेताओं के मन में यह डर है कि अगर वे जनता के बीच नहीं जाएँगे तो जनता उन्हें वोट नहीं देगी। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी, राहुल गांधी और तेजस्वी यादव जैसे नेता एक्सपायरी दवाइयों की तरह हैं। वे भ्रष्टाचार और बेरोजगारी को खत्म नहीं कर सकते। बिहार विधानसभा चुनाव इस साल के अंत में होंगे। मुख्य मुकाबला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले मौजूदा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और राजद के नेतृत्व वाले महागठबंधन के बीच है। 243 सदस्यों वाली वर्तमान बिहार विधानसभा में, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के 131 विधायक हैं, जिसमें भाजपा के 80 विधायक, जेडी(यू) के 45, हम (एस) के 4 और 2 निर्दलीय उम्मीदवारों का समर्थन शामिल है। महागठबंधन के सदस्यों की संख्या 111 है, जिसमें राजद के 77 विधायक, कांग्रेस के 19, भाकपा (माले) के 11, माकपा के 2 और भाकपा के 2 विधायक हैं।
इस बीच, राजद नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार को युवा बेरोजगारी के खिलाफ ‘अधिकार यात्रा’ की शुरुआत की और महिलाओं के अधिकार सुनिश्चित करने, शिक्षकों के सम्मान और बिहार में स्वास्थ्य एवं शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने का आह्वान किया। राजद सांसद संजय यादव के अनुसार, यह रैली उन जिलों में निकाली जा रही है, जो कांग्रेस के राहुल गांधी द्वारा आयोजित ‘मतदाता अधिकार यात्रा’ में शामिल नहीं थे, जिसमें राजद ने भी भाग लिया था। राजद विधायक ने बताया, “मतदाता अधिकार यात्रा के बाद कुछ जिले छूट गए थे, जिसमें वहाँ के हमारे तमाम कार्यकर्ता और नेता आए और कहा कि ये जिले छूट गए हैं, इसलिए तेजस्वी जी ने उनकी भावनाओं का सम्मान करते हुए यह यात्रा निकालने का फैसला लिया। दूसरी बात, तेजस्वी जी एक नए बिहार के निर्माण के संकल्प के साथ यह यात्रा निकाल रहे हैं। युवाओं के लिए रोज़गार, महिलाओं के अधिकार, शिक्षकों का सम्मान, बिहार में उद्योग लगें, शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था बेहतर हो।” रैली का समापन 20 सितंबर को वैशाली में होगा। रैली बेगूसराय, खगड़िया और मधेपुरा भी जाएगी।