पिड़ावा। दसलक्षण महापर्व के पावन प्रसंग पर चल रहे विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में वीतराग विज्ञान पाठशाला के छोटे-छोटे बच्चों द्वारा पिड़ावा नगर की रोमांचक रिपोर्ट पर सुंदर नाटक प्रस्तुत की। जिसका उद्देश्य बिना आत्मा के अनुभव मोक्ष नहीं होता तथा आत्मा को जाने बिना बाहर में सब कुछ करना व्यर्थ हैं , जैसे नीम को अमृत से सीचने पर मीठी नहीं होती, सूर्य लाख प्रयत्न करने पर भी पूर्व दिशा को छोड़कर अन्य दिशाओं से उदित नहीं हो सकता कौए को रोज नहलाने पर भी सफेद नहीं होता, लोहा पानी मे नही तैरता उसी प्रकार आत्मा को जाने बिना बाहर में व्रत तप संयम सब कुछ करने पर भी मोक्ष की प्राप्ति नहीं होती। नाटक का निर्देशन एवं संवाद लेखन श्रेयांश शास्त्री द्वारा किया गया।

पिड़ावा नगर की रोमांचक रिपोर्ट” नाटक का हुआ मंचन
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