जोधपुर: शासन सचिव कृषि एवं उद्यानिकी का जोधपुर दौरा – किसानों की आय बढाने के लिए मार्केट इंटिलिजेंस को अपनाने की आवश्यकताः शासन सचिव कृषि एवं उद्यानिकी

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जयपुर। शासन सचिव कृषि एवं उद्यानिकी श्री राजन विशाल ने गुरूवार को जोधपुर में भारत सरकार द्वारा निर्मित मसाला पार्क, रामपुरा, मथानियॉ, कृषि विश्वविद्यालय जोधपुर, केन्द्रीय शुष्क क्षैत्र अनुसंस्थान संस्थान (काजरी) और अतुल राजस्थान डवलपमेन्ट परियोजना, चौपासनी, जोधपुर में टिश्यूकल्चर के माध्यम से फसल खजूर के पौधे तैयार करने की प्रयोगशाला का अवलोकन किया। शासन सचिव द्वारा मसाला पार्क मथानियां के विकास एवं कार्ययोजना की जानकारी ली गई तथा मसाला केन्द्र को और अधिक उपयोगी बनाने के निर्देश दिए। मसाला पार्क में शासन सचिव ने राज्य सरकार की कृषि नीति, कृषि प्रसंस्करण प्रोत्साहन एवं निर्यात नीति के तहत अनुदानित इकाईयों का निरीक्षण किया तथा इकाईयों से निर्मित उत्पादों का अवलोकन किया। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा प्रस्तावित मेगा फूड पार्क मथानियाँ को विकसित करने और भविष्य की कार्ययोजना बनाने के लिए आवंटित 300 बीघा भूमि का अवलोकन किया। श्री राजन विशाल ने कृषि विश्वविद्यालय जोधपुर के भ्रमण के दौरान कहा कि जब तक उन्नत व आधुनिक कृषि तकनिके किसानों के खेतो तक नही पहुचेगी और किसान लाभन्वित नही होंगे तब तक कृषि वैज्ञानिकों के अनुसंधान एवं नवीन कृषि तकनिकों का कोई फायदा नही होगा।

उन्होंने कहा कि नई कृषि तकनिक ईजाद करने में सफलता तब है जब वो किसानों की आय बढानें मे कारगर हो। उन्होंने आय को बढाने के लिए मार्केट इंटिलिजेंस को अपनाने के साथ – साथ कृषि वैज्ञानिको को पेटेंट बढाने का सुझाव भी दिया। उन्होंने केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान (काजरी) में चल रहे शोध कार्याें व किसानों के लिए तैयार की जा रही फसलों के बारे में जानकरी ली। इसके पश्चात पौधशाला, क्रॉप कैफेटेरिया, सौर ऊर्जा प्रांगण, कृषि वोल्टीय प्रणाली एवं उद्यानिकी क्षैत्र का भ्रमण किया और उद्यानिकी से संबन्धित बेर, आंवला, अनार, खजूर (एडीपी 1) के बारे में जानकारी ली। काजरी में चर्चा के दौरान खाद्य तिलहन फसलों जैैसे तिल ,अरंडी ,मूंगफली आदि के गुणवत्तापूर्ण बीज उत्पादन को बढ़ाकर सीड हब स्थापित कर राष्ट्रीय खाद्य तिलहन मिशन अंतर्गत कृषि विभाग को बीज किसानों को वितरण हेतु उपलब्ध करवाने तथा संस्थान पर किए गए अनुसंधान को कृषि विभाग के साथ समन्वय कर अधिक से अधिक किसानों के खेतो तक ले जाकर कृषि विकास में योगदान के निर्देश दिए। शासन सचिव ने अतुल राजस्थान डवलपमेन्ट परियोजना, चौपासनी, जोधपुर में टिश्यूकल्चर के माध्यम से खजूर के पौधे तैयार करने की प्रयोगशाला का निरीक्षण किया तथा प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों कों निर्देशित किया कि प्रयोगशाला की पूर्ण क्षमता का उपयोग कर अच्छी गुणवत्ता के पौधे तैयार करके किसानों को उपलब्ध करायें। इसके बाद काजरी संस्थान में अन्य कार्यों के अलावा खजूर की तैयार की गई नई किस्म के बगीचे का अवलोकन किया और इस किस्म को आगामी जर्क की बैठक मे कृषि वैज्ञानिकों एवं कृषि विस्तार अधिकारियों के साथ चर्चा करके इस किस्म के नोटिफिकेशन बाबत आवश्यक कार्यवाही करवाने बाबत सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश प्रदान किये। किसानों को अधिक से अधिक क्षेत्र मे खजूर उत्पादन करने हेतु प्रोत्साहित करने और इसके संबंध मे उनको आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराने के लिए विभागिय अधिकारियों से कहा। इस दौरान आयुक्त कृषि एवं उद्यानिकी सुश्री चिन्मयी गोपाल तथा कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।

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