मोदी तमिलनाडु में गंगईकोंड चोलपुरम मंदिर पहुंचे

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चेन्नई। प्रधानमंत्री के तमिलनाडु दौरे का आज दूसरा दिन है। रविवार दोपहर 12 बजे पीएम मोदी ने त्रिची में होटल से लेकर एयरपोर्ट तक रोड शो किया। इसके बाद वे अरियालुर के गंगईकोंड चोलपुरम मंदिर पहुंचे। पीएम यहां चोल सम्राट राजेंद्र चोल प्रथम की 1000वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे। राजेंद्र चोल की जयंती पर अरियालुर में 23 जुलाई से 27 जुलाई तक आदि तिरुवथिरई महोत्सव मनाया जा रहा है। यह कार्यक्रम राजेंद्र चोल के दक्षिण पूर्व एशिया के समुद्री अभियान के 1,000 साल पूरे होने और गंगईकोंड चोलपुरम मंदिर के निर्माण की शुरुआत का भी प्रतीक है। इस मौके पर PM मोदी राजेंद्र चोल के सम्मान में एक सिक्का भी जारी करेंगे। केंद्र सरकार के प्रेस रिलीज के मुताबिक, आदि तिरुवथिरई उत्सव में PM मोदी के साथ तमिल शैव मठों के प्रमुख (अधीनम) भी शामिल होंगे। 2023 में दिल्ली में नए संसद भवन के उद्घाटन के अवसर पर सेंगोल की स्थापना के समय 19 अधीनमों ने भाग लिया था। PM मोदी ने शनिवार को तमिलनाडु के तूतीकोरिन में ₹4,900 करोड़ से ज्यादा की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इनमें एयरपोर्ट का नया टर्मिनल, हाईवे, पोर्ट और रेलवे और पावर ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट शामिल है। PM मोदी ने कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा- आज भारत सरकार का मेक इन इंडिया और मिशन मैन्युफेक्चरिंग पर बहुत जोर है। लोगों ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मेक इन इंडिया की ताकत देखी है। आतंक के ठिकानों को मिट्‌टी में मिलाने में स्वदेशी हथियारों ने बड़ी भूमिका निभाई। भारत में बने हथियार आतंक के आकाओं की नींद उड़ाए हुए हैं।

PM मोदी के कार्यक्रम में नहीं पहुंचें CM स्टालिन
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन शनिवार को PM के कार्यक्रम में नहीं पहुंचे थे। उन्होंने X पर पोस्ट में बताया कि वे अस्पताल में हैं। उन्होंने लिखा, ‘अस्पताल में भर्ती होने के कारण, मैंने मुख्य सचिव के जरिए तमिलनाडु दौरे पर आए प्रधानमंत्री से राज्य को लेकर अपीलों से जुड़ी एक याचिका भेजी है। वित्त मंत्री थंगम थेन्नारसु इसे प्रधानमंत्री को देंगे।’

PM मोदी ने कहा था- मेडिकल की पढ़ाई तमिल भाषा में कराएं
इस दौरान आयोजित जनसभा के दौरान PM मोदी ने भाषा विवाद का जिक्र किए बिना DMK नेताओं और CM एमके स्टालिन को नसीहत दी थी। PM ने कहा- मैं राज्य सरकार से मांग करता हूं कि वे डॉक्टरी की पढ़ाई तमिल भाषा में कराएं। प्रधानमंत्री ने कहा कि तमिलनाडु के कई नेताओं की चिटि्ठयां मेरे पास आती हैं। आश्चर्य की बात है कि कोई नेता तमिल में सिग्नेचर नहीं करता। तमिल का गौरव बने, इसलिए इन लोगों को स्थानीय भाषा में सिग्नेचर करना चाहिए।

DMK सरकार हिंदी को लागू नहीं करना चाहती
तमिलनाडु सरकार पिछले 6 महीने से नई शिक्षा नीति के तहत राज्य में ट्राय लैंग्वेज पॉलिसी लागू करने का विरोध कर रही है। पॉलिसी के तहत तमिल, अंग्रेजी के अलावा हिंदी को भी शिक्षा के माध्यम में शामिल करने का प्रस्ताव है। DMK चीफ और CM स्टालिन इसका विरोध कर रहे हैं।

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