नई दिल्ली। दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी IT सर्विस कंपनी इंफोसिस को वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में 6,921 करोड़ रुपए का मुनाफा (कॉन्सोलिडेटेड नेट प्रॉफिट) हुआ है। सालाना आधार पर यह 8.7% बढ़ा है। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी को 6,368 करोड़ रुपए का प्रॉफिट हुआ था। अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी ने 42,279 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया। सालाना आधार पर इसमें 7.5% की बढ़ोतरी हुई है। एक साल पहले यानी Q1FY24-25 में टेक कंपनी ने 39,315 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था। वस्तुओं और सेवाओं को बेचने से मिलने वाला पैसा रेवेन्यू होता है।
30 जून 2025 तक कंपनी में टोटल 3,23,788 कर्मचारी
इंफोसिस ने बताया कि अप्रैल-जून तिमाही (Q1FY26) में कंपनी का वॉलंटरी एट्रिशन रेट बढ़कर 14.4% हो गया है, जो पिछली तिमाही यानी जनवरी-मार्च 2025 में 14.1% और पिछले साल अप्रैल-जून 2024 में 12.7% था। यह पिछले बारह महीनों के आधार पर, पिछले साल की तुलना में कंपनी छोड़ने का ऑप्शन चुनने वाले कर्मचारियों की संख्या में ग्रोथ को दर्शाता है। 30 जून 2025 तक बैंगलोर बेस्ड इस कंपनी में टोटल 3,23,788 कर्मचारी थे, जबकि मार्च 2025 के आखिरी में यह संख्या 3,23,578 थी। यह तिमाही के दौरान 210 कर्मचारियों की टोटल बढ़ोतरी को दर्शाता है। वहीं सालाना आधार पर कंपनी ने 8,456 कर्मचारियों को जोड़ा है, जो जून 2024 के 3,15,332 से ज्यादा है।