मुंबई। ऐसा बहुत कम होता है जब पर्दे पर दिखाया गया प्यार इतना सच्चा लगता है कि वो असली जज़्बातों की झलक देने लगे। और फिर आता है आर. माधवन इफ़ेक्ट — चाहे वो ‘अलाईपायुथे’ हो या ‘आप जैसा कोई’, जब वह रोमांस चुनते हैं, तो वो कहानी कुछ ख़ास बन जाती है। नज़ाकत से निभाए गए किरदार, सह-कलाकारों के साथ तालमेल और भाषाओं की सीमाओं से परे जाकर दर्शकों से जुड़ाव, यह पैन इंडिया पावरहाउस कभी निराश नहीं करते, और वह सिर्फ़ रोमांटिक हीरो की भूमिका ही नहीं निभाते, बल्कि वो एक वजह बनते हैं जिसकी वजह से हम प्यार पर फिर से यक़ीन करने लगते हैं। चाहे लवरबॉय का चार्म हो या हालिया वर्षों की भावनात्मक गहराई से निभाया गया किरदार —आर. माधवन ने प्रेम के हर रूप को जिया है, कभी कोमलता से, तो कभी धैर्य से। उनके किरदार किसी तय पैटर्न पर नहीं चलते, बल्कि दिल के अलग-अलग पड़ाव दिखाते हैं। ‘रहना है तेरे दिल में’ में उन्होंने हमें मैडी का किरदार दिया, जो बेबाक था मगर अंदर से नाज़ुक था, एक ऐसा प्रेमी जो नामुमकिन को मुमकिन बनाने की कोशिश करता है और दर्शकों को अपने पक्ष में कर लिया।
आर. माधवन ने जब भी निभाया रोमांटिक किरदार, वो बन गया एक कल्ट क्लासिक
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