बांदरसिंदरी। जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने मंगलवार को माधव गौशाला बांदरसिंदरी के पास स्थित ऐतिहासिक माधव सरोवर के संरक्षण और मरम्मत कार्य का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मंत्री रावत ने कार्य की गुणवत्ता, प्रगति और तकनीकी पक्षों की जानकारी ली और संबंधित अधिकारियों एवं संवेदक को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पारंपरिक जल स्रोतों का संरक्षण न केवल हमारी सांस्कृतिक विरासत को संजोए रखने का माध्यम है, बल्कि जल आत्मनिर्भरता की दिशा में भी एक मजबूत कदम है। सरकार ने इस कार्य के लिए ₹243.86 लाख की राशि स्वीकृत की है। सरोवर में मिट्टी कार्य, वेस्ट वियर निर्माण, फीडर सिस्टम और फेस वॉल के सुदृढ़ीकरण जैसे कार्य प्रस्तावित हैं। परियोजना की शुरुआत 30 सितम्बर 2024 को हुई थी, जबकि इसे 29 जुलाई 2025 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने जानकारी दी कि अब तक कार्य की प्रगति लगभग 75% हो चुकी है और ₹103.73 लाख की राशि व्यय की जा चुकी है। मंत्री रावत ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कार्य तय समय मौके पर मौजूद अधिकारियों ने जानकारी दी कि अब तक कार्य की प्रगति लगभग 75% हो चुकी है और ₹103.73 लाख की राशि व्यय की जा चुकी है। मंत्री रावत ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कार्य तय समय सीमा में पूर्ण किया जाए और गुणवत्ता से कोई समझौता न किया जाए, ताकि मानसून से पहले सरोवर पूरी तरह उपयोग में आ सके। निरीक्षण के दौरान क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, विभागीय अधिकारी और बड़ी संख्या में ग्रामीणजन भी उपस्थित रहे। उन्होंने इस पहल के लिए सरकार का आभार जताया और कहा कि इससे क्षेत्र के जल भंडारण और सिंचाई व्यवस्था को मजबूती मिलेगी।

बांदरसिंदरी : जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने किया माधव सरोवर बांदरसिंदरी का निरीक्षण
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