जयपुर। 21 जून को मनाए जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस से पूर्व भाजपा प्रदेशभर में व्यापक योग कार्यक्रम आयोजित करने जा रही है। भाजपा प्रदेश महामंत्री एवं भीलवाड़ा सांसद दामोदर अग्रवाल ने आज एक प्रेसवार्ता में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस से पहले, 19 और 20 जून को पूरे राजस्थान में विभिन्न स्तरों पर योग कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। सांसद दामोदर अग्रवाल ने बताया कि भाजपा संगठनात्मक रूप से प्रदेश, संभाग, जिला और मंडल स्तर पर योग दिवस के कार्यक्रमों का आयोजन करेगी। इस दौरान, भाजपा के सभी 44 जिलों के 1137 मंडलों में कुल मिलाकर 1500 से अधिक स्थानों पर योग सत्र आयोजित किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, भाजपा प्रदेश के नगर पालिका, नगर परिषद और नगर निगमों में भी एक से अधिक कार्यक्रम आयोजित करेगी, जिससे अधिक से अधिक लोगों तक योग का संदेश पहुँच सके।
कस्बा क्षेत्रों में महिलाओं के लिए विशेष और अलग से योग कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। कई स्थानों पर नवाचारों के साथ कार्यक्रमों को संपादित करने का भी प्रयास किया जा रहा है। इन योग कार्यक्रमों के साथ-साथ, योग प्रशिक्षकों को सम्मानित भी किया जाएगा, जिन्होंने योग के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। सांसद दामोदर अग्रवाल ने योग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि योग दुनिया को भारत द्वारा दिए गए सबसे बड़े उपहारों में से एक है। उन्होंने बताया कि योग केवल शारीरिक व्यायाम से कहीं बढ़कर है, यह जीवन जीने की एक शैली है जो मानसिक स्पष्टता, भावनात्मक स्थिरता और आध्यात्मिक शांति प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि आज के समय में इसकी प्रासंगिकता विशेष रूप से अधिक है।
अग्रवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शब्दों को दोहराते हुए कहा, योगाभ्यास से एकात्मकता की भावना का सृजन होता है – मन, शरीर और बुद्धि की एकात्मकता, अपने परिवारों के साथ, जिस समाज में हम रहते हैं उसके साथ, साथी मनुष्यों के साथ, उन समस्त पक्षियों, पशुओं और वृक्षों, जिनके साथ हम अपने सुंदर ग्रह को साझा करते हैं, के साथ एकात्मकता… यही योग है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अथक प्रयासों के कारण ही अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस प्रतिवर्ष 21 जून को मनाया जाता है। यह दिन उत्तरी गोलार्ध में वर्ष का सबसे लम्बा दिन होता है और योग भी मनुष्य को दीर्घायु बनाता है। सांसद अग्रवाल ने याद दिलाया कि 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र के 177 सदस्यों द्वारा 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिली थी। भारत के इस प्रस्ताव को मात्र 90 दिन के भीतर पूर्ण बहुमत से पारित किया गया, जो संयुक्त राष्ट्र संघ में किसी प्रस्तावित दिवस को पारित करने के लिए अब तक का सबसे कम समय है। यह योग और भारत के ज्ञान के लिए एक गौरवपूर्ण अध्याय है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2015 में अपनी शुरुआत के बाद से ही दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य मुहिमों में से एक बन गया है।
भाजपा सांसद दामोदर अग्रवाल ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की बढ़ती वैश्विक भागीदारी का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि 2015 के बाद से हर साल योग दिवस ऐतिहासिक मील का पत्थर स्थापित कर रहा है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024 में व्यापक भागीदारी देखी गई थी, जिसमें लगभग 24.53 करोड़ प्रतिभागियों ने शिरकत की। सामाजिक संस्थाओं, स्कूलों, आंगनवाड़ी केंद्रों और सरकारी विभागों के माध्यम से इसकी पहुँच को बढ़ाया गया। सोशल मीडिया के जरिए 3.48 करोड़ से अधिक लोगों तक पहुँच बनाई गई, जबकि भारतीय दूतावासों और संस्थानों ने वैश्विक स्तर पर 5.45 लाख से अधिक व्यक्तियों से संपर्क साधा। ये उपलब्धियाँ स्वास्थ्य और एकता के वैश्विक सेतु के रूप में योग की भूमिका को पुष्ट करती हैं। एक सर्वे का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि 11.2 प्रतिशत लोग नियमित रूप से योग का अभ्यास करते हैं, 13.4 प्रतिशत लोग कभी-कभी योग करते हैं, और 41 प्रतिशत लोग किसी न किसी रूप से योग से जुड़े हैं।



