जयपुर । डूंगरपुर मे रेलवे की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण 132 केवी ग्रिड सब – स्टेशन, डूंगरपुर से डूंगरपुर रेल्वे ट्रेक्शन सब स्टेशन (टीएसएस) के बीच 2.829 किमी 132 केवी ट्रांसमिशन लाइन (जिसमे 0.958 किमी डबल सर्किट सेक्शन कन्वर्शन तथा 1.871 किमी सिंगल सर्किट सेक्शन है) का कार्य प्रसारण निगम के अभियन्ताओं द्वारा सफलतापूर्वक पूर्ण कर लिया गया है तथा लाइन को 132 केवी वोल्टेज लेवल पर टेस्ट चार्ज कर दिया गया है। प्रसारण निगम के प्रबन्ध निदेशक नथमल डिडेल ने बताया कि उपरोक्त लाइन के आबादी क्षेत्र से गुजरने के कारण आरओडबल्यू की गंभीर समस्या थी, जिसके कारण प्रसारण निगम के अभियंताओ द्वारा नयी तकनीक का प्रयोग किया गया, जिसके तहत वर्तमान लेटिस टावर के फुट प्रिन्ट को ही इस्तेमाल किया गया। इसके तहत् ट्रांसमिशन मोनोपोल की फाउंडेशन टावर लेग्स के बीच ही बनाई गयी तथा उसी स्थान पर कम जगह मे मोनोपोल स्थापित किए गए। दो मोनोपोल इस तरह लगाने से व तारों की ऊंचाई बढ़ने से आम जनता द्वारा आरओडबल्यू संबन्धित विरोध नहीं किया गया। लेटिस टावर मे टावर फुटिंग मे दो स्थानो पर उचित मुआवजा भी दिया गया। उपरोक्त लाइन मे 5 ट्रांसमिशन मोनोपोल व 8 लेटिस टावर लगाये गए है तथा एक रेल्वे क्रोसिंग भी की गयी है। इस कनेक्शन के होने से रेल्वे द्वारा उदयपुर – अहमदाबाद सेक्शन पर महत्वपूर्ण हाई स्पीड ट्रेन का इलेक्ट्रिक इंजिन द्वारा संचालन संभव हो सकेगा।

डूंगरपुर मे रेलवे की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण ट्रांसमिशन लाइन का कार्य प्रसारण निगम द्वारा पूर्ण
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