जयपुर। राजस्थान विधान सभा के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने अंता से भाजपा विधायक कंवर लाल मीणा की सदस्यता को लेकर बरकरार अनिश्चय की स्थिति को विधानसभा की ऐतिहासिक संवैधानिक परम्पराओं पर कुठाराघात बताया है।
जूली ने इस सम्बन्ध में आज पुनः विधान सभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि राजस्थान विधान सभा की गौरवशाली परम्पराओं को ध्यान में रखते हुए इस सम्बन्ध में निर्णय लेकर अविलम्ब भाजपा विधायक की सदस्यता को निरस्त करें।
जूली ने पत्र में लिखा है कि यह बेहद अफसोस की बात है कि कंवरलाल मीणा विधायक अंता की सदस्यता के बारे में आदिनांक तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है, जबकि ‘‘लिली थोमस बनाम भारत संघ’’ प्रकरण में यह स्पष्ट किया गया है कि जिस दिन से राजस्थान उच्च न्यायालय तथा उसके पश्चात् सर्वोच्च न्यायालय द्वारा भाजपा विधायक की सजा यथावत् रखी गई, उसी दिन से इनकी सदस्यता रद्द हो जानी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं करके कानून का उपहास उडाया जा रहा है। जूली ने कहा कि उच्चतम न्यायालय द्वारा अपील खारिज किये जाने के बाद अब और कोई कानूनी रास्ता नहीं बचता है, इसलिए उनकी सदस्यता जाना और कारावास निश्चित है।
जूली ने कहा कि राजस्थान विधान सभा का इतिहास संवैधानिक परम्पराओं का दृढ़ता से पालन करने का रहा है। दिसम्बर, 2016 में धौलपुर विधानसभा क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी के विधायक रहे बी.एल. कुशवाह को अतिरिक्त जिला न्यायाधीश ने दो वर्ष से अधिक की सजा सुनाई थी, जिसके आधार पर उनकी सदस्यता रद्द की गई और धौलपुर निर्वाचन क्षेत्र में उप चुनाव हुए, जबकि भाजपा विधायक से जुडे प्रकरण में ढुलमुल रवैया कई प्रकार के संदेह पैदा करता है।
जूली ने अध्यक्ष से मांग की है कि आप अपने अधिकारों का समुचित उपयोग करते हुए आज ही कंवर लाल मीणा की सदस्यता निरस्त कर निष्पक्षता का उदाहरण प्रस्तुत करने के साथ ही राजस्थान विधान सभा की गौरवशाली परम्पराओं को बनाये रखें।

अन्ता विधायक की सदस्यता निरस्त कर संवैधानिक परम्पराओं का सम्मान करे : नेता प्रतिपक्ष जूली
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