गृह मंत्रालय का 7 मई को मॉक ड्रिल का निर्देश : राजस्थान समेत सभी प्रदेशों में आपातकालीन तैयारियों की होगी देशभर में समीक्षा

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जयपुर | कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद बढ़ते भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 7 मई को मॉक ड्रिल आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। यह मॉक ड्रिल देशभर में आपातकालीन स्थितियों से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए की जा रही है।राज्य के चीफ सेक्रेट्री सुधांश पंत को प्राप्त गृह मंत्रालय के जनरल फ़ायर सर्विस, सिविल डिफ़ेंस एंड होम गार्ड और सिविल डिफ़ेंस महानिदेशालय द्वारा 5 मई को जारी आदेश की प्रति के अनुसार, यह मॉक ड्रिल देशभर के 244 चिन्हित सिविल डिफ़ेंस जिलों में आयोजित की जाएगी। यह आदेश राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को भेजा गया है।
मॉक ड्रिल का उद्देश्य क्या है?
मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य यह जानना है कि आपात स्थिति में आम नागरिक, सरकारी एजेंसियां, स्कूल-कॉलेज, और सुरक्षा बल किस तरह प्रतिक्रिया देंगे। यह ड्रिल आतंकी हमले, हवाई हमले, प्राकृतिक आपदा या आगजनी जैसी परिस्थितियों में त्वरित और समन्वित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए की जाती है।गृह मंत्रालय के पत्र के अनुसार, यह अभ्यास शहरी और ग्रामीण—दोनों स्तरों पर किया जाएगा। इसमें हवाई हमले की चेतावनी प्रणाली की जांच, कंट्रोल रूम की सक्रियता, आम नागरिकों और छात्रों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की प्रक्रिया, और अंधेरे में बचाव कार्यों की तैयारी को परखा जाएगा।
किनकी भागीदारी अपेक्षित?
इस मॉक ड्रिल में डिस्ट्रिक्ट कंट्रोलर, ज़िला प्रशासन, सिविल डिफ़ेंस वॉलंटियर्स, होम गार्ड्स, एनसीसी, एनएसएस, नेहरू युवा केंद्र संगठन और शैक्षणिक संस्थानों के छात्र भाग लेंगे। कुछ क्षेत्रों में सभी लाइटें बंद रखने जैसे आदेश भी दिए जा सकते हैं, ताकि वास्तविक आपात स्थिति का अभ्यास किया जा सके।
पहलगाम हमला और बढ़ता तनाव
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव तेजी से बढ़ा है। इसके जवाब में भारत ने कई कड़े कदम उठाए हैं, जिनमें पाकिस्तान के साथ व्यापारिक संबंधों को निलंबित करना, सिंधु जल समझौते पर पुनर्विचार, और पाकिस्तान से आने-जाने वाले सभी आयात-निर्यात को रोकना शामिल है।वहीं, पाकिस्तान ने भी जवाबी कदम उठाते हुए भारतीय एयरलाइनों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है, वाघा सीमा सील कर दी है, और भारतीय नागरिकों के वीज़ा रद्द कर दिए हैं।
क्या कहती है सरकार?
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि “जो भारत की ओर आँख उठाएगा, उसे मुंहतोड़ जवाब मिलेगा।” हालांकि उन्होंने पाकिस्तान का नाम नहीं लिया, लेकिन उनके बयान को वर्तमान हालात के संदर्भ में देखा जा रहा है।भारत सरकार द्वारा आयोजित यह मॉक ड्रिल न केवल एक सुरक्षा अभ्यास है, बल्कि यह यह संकेत भी है कि देश किसी भी आपात स्थिति के लिए पूरी तरह तैयार रहना चाहता है। यह कदम देश की आतंरिक सुरक्षा को मजबूत करने और नागरिकों को जागरूक करने के लिए अहम माना जा रहा है।

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