बालोतरा। मुख्यमंत्री  भजनलाल शर्मा द्वारा 17 सितंबर, 2024 को प्रारंभ की गई मां वाउचर योजना प्रदेश की गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित मातृत्व की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम साबित हो रही है। इस योजना के माध्यम से राज्य की प्रत्येक गर्भवती महिला को गर्भकाल की दूसरी या तीसरी तिमाही में निशुल्क सोनोग्राफी जांच की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. वाकाराम चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि योजना का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को निशुल्क सोनोग्राफी उपलब्ध करवा कर, मातृ व शिशु मृत्यु दर में कमी लाना है। समय पर सोनोग्राफी से किसी भी संभावित जटिलता का समय रहते पता लगाकर उसका उपचार किया जा कर जच्चा बच्चा को स्वस्थ रखा जा सके।
इस योजना के अंतर्गत जिले के सभी निजी सोनोग्राफी केंद्रों को योजना से जोड़ा गया है, जिससे गर्भवती महिलाएं अपने क्षेत्र के पास ही पंजीकृत सोनोग्राफी केंद्र पर जाकर जांच करवा सकें। प्रत्येक सोनोग्राफी के लिए 450 की राशि सोनोग्राफी केंद्र को राज्य सरकार द्वारा प्रदान की जाती है।
योजना की विशेषता यह है कि पीसीटीएस, पीसीपीएनडीटी इम्पैक्ट और ओजस जैसे विभागीय पोर्टलों को आपस में इंटीग्रेट कर ऑनलाइन कूपन जनरेशन सिस्टम विकसित किया गया है। इसके माध्यम से पीसीटीएस पर पंजीकृत गर्भवती महिलाओं को क्यूआर कोड युक्त कूपन उनके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर भेजा जाता है, जो 30 दिन तक वैध रहता है। इस वाउचर का उपयोग राज्य के किसी भी जिले में अधिकृत निजी सोनोग्राफी केंद्र पर किया जा सकता है। इसके साथ ही क्षेत्रों में नजदीकी राजकीय अथवा अधिकृत निजी सोनोग्राफी केन्द्र की दूरी 20-25 किमी. से अधिक
होने पर इन चिकित्सा संस्थानों पर राज्य में संचालित 104 ममता एक्सप्रेस वाहनों का उपयोग (4-5 गर्भवती महिलाऐं प्रति वाहन) करते हुए जिले अथवा निकटवर्ती जिले में नजदीकी अधिकृत निजी सोनोग्राफी केन्द्र पर प्रातः लगभग 11 बजे प्रस्थान कर सोनोग्राफी करवाते हुए अधिकतम अपरान्ह 3 से 4 बजे तक पुनः इसी चिकित्सा संस्थान पर लाया जा रहा है।
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान 9,18,27 को वितरित किये जाते हैं निशुल्क सोनोग्राफी वाउचर
निशुल्क सोनोग्राफी के लिए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत प्रत्येक माह की 9, 18 व 27 तारीख को गर्भवतियों की जांच के साथ आवश्यकतानुसार मां वाउचर योजना के कूपन वितरित किये जाते हैं। पीएमएसएमए में स्वास्थ्य संस्थानों पर विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा गर्भवतियों की विस्तृत स्वास्थ्य जांच, आवश्यक पैथोलॉजिकल टेस्ट, सोनोग्राफी, तथा निशुल्क दवाओं का वितरण किया जा रहा है। इस अवसर पर डॉक्टरों द्वारा गर्भवतियों को पोषण युक्त आहार, स्वच्छता, तनावमुक्त जीवनशैली एवं नियमित जांच के महत्व के बारे में जागरूक किया गया। साथ ही किसी भी जटिलता की स्थिति में उच्च चिकित्सा संस्थान के लिए रेफर की व्यवस्था भी की गई।
सीएमएचओ ने जिलेवासियों से अपील की कि वे अपने परिवार की गर्भवती महिलाओं को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के दिन 9, 18 एवं 27 तारीख को अवश्य लेकर आएं और मां वाउचर योजना का लाभ उठाकर समय पर जांच कराएं, ताकि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में प्रभावी कमी लाई जा सके। राज्य सरकार की यह पहल मातृत्व सुरक्षा को सुनिश्चित कर, ‘सशक्त नारी-सशक्त राजस्थान’ के संकल्प को साकार कर रही है।
गर्भवतियों की सेहत की गारंटी बनी ‘मां वाउचर योजना’
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