लोकतंत्र के सशक्तिकरण का मंच होगा कांस्टीट्यूशन क्लब : ओम बिरला

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जयपुर। राजस्थान विधानसभा में शनिवार को देश के पहले कांस्टीट्यूशन क्लब का शुभारंभ किया गया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की मौजूदगी में इस क्लब का उद्घाटन वैदिक रीति-रिवाज से संपन्न हुआ। इस मौके पर हवन और पूर्ण आहुति के बाद विधिवत रूप से क्लब की शुरुआत की गई। उद्घाटन समारोह में विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, कैबिनेट मंत्री, विधायक और पूर्व जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे।इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि यह सिर्फ एक क्लब नहीं, बल्कि संविधान से जुड़े विचार-विमर्श और संवाद का एक महत्वपूर्ण मंच होगा।

उन्होंने कहा, “यह क्लब विधायकों, जनप्रतिनिधियों और लोकतांत्रिक संस्थाओं के सदस्यों के लिए एक ऐसा स्थान बनेगा, जहां वे अनौपचारिक रूप से संवैधानिक विषयों पर चर्चा कर सकेंगे।”उन्होंने यह भी कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में संवाद और विमर्श की परंपरा को बनाए रखना आवश्यक है। साथ ही, उन्होंने इस बात पर चिंता जताई कि आजकल संसद और विधानसभाओं में योजनाबद्ध गतिरोध बढ़ रहा है, जिससे लोकतंत्र की मूल भावना प्रभावित हो रही है। उन्होंने इस क्लब को लोकतंत्र को मजबूत करने का एक नया प्रयास बताया।

लोकतंत्र की मजबूती के लिए संवाद जरूरी
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा को याद करते हुए हमें लोकतंत्र को और मजबूत करने की दिशा में कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि भारत का लोकतंत्र और संविधान पूरी दुनिया के लिए एक मार्गदर्शक हैं।उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विधानसभा, संसद, नगर निकाय और पंचायत सभी लोकतांत्रिक संस्थाओं में चर्चा और संवाद की परंपरा को बनाए रखना आवश्यक है। उन्होंने आशा जताई कि नया कांस्टीट्यूशन क्लब इसी दिशा में एक प्रेरणा स्रोत बनेगा और लोकतंत्र को नई मजबूती प्रदान करेगा।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सराहना करते हुए कहा कि उनके दो बजट सत्रों में राज्य के विकास की स्पष्ट रूपरेखा दिखाई दी है। उन्होंने कहा कि आधारभूत ढांचे से लेकर सामाजिक विकास तक सरकार ने ठोस प्रयास किए हैं।उन्होंने कहा कि, “राजस्थान की ऐतिहासिक विरासत को सहेजते हुए इसे एक आधुनिक राज्य के रूप में विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है।”

संविधान क्लब लोकतांत्रिक परंपराओं का केंद्र बनेगा
अंत में, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि यह क्लब लोकतंत्र को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों से आह्वान किया कि वे इस क्लब का सार्थक उपयोग करें और इसे एक विचार-विमर्श और संवाद का केंद्र बनाएं।उन्होंने उम्मीद जताई कि यह क्लब आने वाले समय में राजस्थान की लोकतांत्रिक परंपराओं को और मजबूत करेगा और राजनीतिक, सामाजिक एवं संवैधानिक विमर्श के लिए एक प्रभावी मंच साबित होगा।

राजस्थान की लोकतांत्रिक परंपरा का सम्मान
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि राजस्थान की विधानसभा का लोकतांत्रिक परंपराओं को मजबूत करने में ऐतिहासिक योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि इस विधानसभा से कई ऐसे विधायक और मुख्यमंत्री निकले हैं, जिन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर लोकतंत्र को नई दिशा दी। उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान उपराष्ट्रपति ने भी अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत राजस्थान विधानसभा से की थी।मुख्यमंत्री ने इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी को बधाई देते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में विधानसभा ने कई नवाचारों को अपनाया है, जिससे लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को मजबूती मिली है। उन्होंने कहा कि कांस्टीट्यूशन क्लब का निर्माण इसी दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है।

देश की पहली विधानसभा जहां बना कांस्टीट्यूशन क्लब
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने बताया कि राजस्थान देश की पहली विधानसभा बनी है, जहां कांस्टीट्यूशन क्लब की स्थापना की गई है। उन्होंने कहा कि यह क्लब नई दिल्ली स्थित कांस्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया की तर्ज पर बनाया गया है, लेकिन इसकी अपनी विशिष्ट पहचान होगी। उन्होंने बताया कि क्लब के उद्देश्य को स्पष्ट करने के लिए एक शॉर्ट फिल्म भी दिखाई गई, जिसमें इसके निर्माण, सुविधाओं और उद्देश्यों को विस्तार से दर्शाया गया। इसके साथ ही, क्लब की आधिकारिक वेबसाइट भी लॉन्च की गई है, ताकि इससे जुड़ी जानकारियां आसानी से उपलब्ध हो सकें।

80 करोड़ रुपये की लागत से बना अत्याधुनिक क्लब
करीब 80 करोड़ रुपये की लागत से बने इस क्लब का कुल क्षेत्रफल 1 लाख 95 हजार वर्ग फीट है। यह पांच मंजिला इमारत 4,948 वर्गमीटर भूखंड पर बनी है और इसमें अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।क्लब की प्रमुख सुविधाएं : रेस्टोरेंट और कॉफी हाउस, स्विमिंग पूल और जिम, ऑडिटोरियम और कॉन्फ्रेंस हॉल, वीआईपी लाउंज और मीटिंग हॉल, बैडमिंटन और टेनिस कोर्ट, सैलून और लाइब्रेरी, अतिथियों के ठहरने के लिए विशेष कमरे।

वैदिक परंपराओं के साथ हुआ शुभारंभ
शुभारंभ समारोह भारतीय सनातन परंपराओं और वैदिक विधियों के अनुसार संपन्न हुआ। कार्यक्रम का आगाज भगवान गणेश की प्रतिमा पर माल्यार्पण, फीता काटने और दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इसके बाद वैदिक मंत्रोच्चार और हवन के साथ क्लब का उद्घाटन किया गया।

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