दिल्ली के बाद अब बिहार चुनावों का परिणाम भी भाजपा के पक्ष में आएगा: मदन राठौड

ram

जयपुर। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड ने पूर्व सीएम अशोक गहलोत के बांग्लादेेश हिंसा पर किए गए ट्वीट पर पलटवार करते हुए कहा है कि दिल्ली चुनावों में करारी हार के बाद अब कांग्रेस नेताओ को एक बार फिर हिंदू याद आने लगे है। दिल्ली चुनावों में तुष्टीकरण के चलते धर्म विशेष को खुश करने के लिए इतने दिन किसी भी कांग्रेस नेता के मुंह से बांग्लाादेश हिंसा पर एक शब्द नहीं निकला लेकिन दिल्ली चुनाव के नतीजे आने के बाद एक बार फिर कांग्रेस नेताओं ने छद्म हिंदुत्व का राग अलापना शुरू कर दिया है। सदैव तुष्टीकरण की बात करने वाले भी अब हिन्दु हितो की बात करने लगे हैं यह अच्छी बात हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड ने कहा कि बांग्लादेश हिंसा को लेकर केन्द्र सरकार कूटनीतिक रूप से वहां की सरकार पर दवाब बना रही है। केन्द्र सरकार एवं विदेश मंत्रालय में समय समय पर बांग्लादेश के दूतावास एवं बांग्लादेश सरकार को हिन्दुओं पर हो रहे हमलो को रोकने का कड़ा सन्देश दिया हैं साथ ही विदेश मंत्रालय पूर्ण स्थिति पर निगाह बनाऐ हुऐ है। केन्द्र सरकार के साथ ही भाजपा ऐसी अमानवीय घटनाओं की पूर्णतः रोकथाम के लिए निरन्तर प्रयासरत हैं। वही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्व के अनेक लोकतांत्रिक देशों से बात कर उन देशों द्वारा भी बांग्लादेश पर यथोचित दबाव बनाने का निरन्तर प्रयास किया हैं। केन्द्र सरकार के इन प्रयासो के कारण ही बांग्लादेश में निर्मम अमानवीय हिंसक घटनाओं पर अंकुश लगा हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड ने भाजपा कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए पुजारियों के मानदेय बढोतरी के निर्णय को ऐतिहासिक बताया और कहा कि कांग्रेस ने सिर्फ तुष्टीकरण किया था, एक ही धर्म को आगे बढाने का कार्य किया। हम सभी धर्मो का सम्मान करते है। मंदिरों को कांग्रेस सरकार ने कोई सहयोग नहीं किया उल्टा मंदिरों पर टैक्स लगाए। देवस्थान विभाग ने अंडरटेकिंग करने का काम किया है। सीएम भजनलाल ने पवित्र स्थल कुंभ में जाकर मंत्रिमंडडल की बैठक की और पुजारियों का मानेदय बढाया। वहीं मंदिरों के विकास पर उन्होंने कहा कि
मंदिर संस्कार व आध्यात्मिक शक्ति के स्थल है औैर मंदिर जाने के बाद आमजन में आत्मविश्वास का भाव जागृत होता है।
इस दौरान दिल्ली चुनावों के नतीजों पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड ने कहा कि यह सही है असत्य ज्यादा दिन नहीं चल सकता। अन्ना हजारे के आंदोलन से उपजी देशवासियों की भावनाओं को केजरीवाल ने हथियार बनाया और आम आदमी के नाम का सहारा लेकर दिल्ली की सत्ता हासिल की। इसके बाद केजरीवाल और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी आकंठ भ्रष्टाचार में डूब गए थे। उनके ऐसे कारनामो को देखकर लगता है कि आम आदमी पार्टी का लंबा भविष्य नहीं है। दिल्ली चुनाव के नतीजों ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि पीएम नरेन्द्र मोदी ही स्वच्छ औैर भ्रष्टाचार मुक्त शासन दे सकते है। दिल्ली के बाद अब बिहार के चुनावों में भाजपा जीत का परचम लहराएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *