भीलवाडा। महिला सशक्तिकरण बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना के अन्तर्गत राजस्थान मरू उड़ान कार्यक्रम, जिला स्तरीय साईबर अपराध से बचाव एवं डिजिटल साक्षरता व सुरक्षित वाहन चालक कार्यशाला का आयोजन मंगलवार को महिला अधिकारिता विभाग व राजीविका के संयुक्त तत्वाधान में नगर निगम के सेमिनार हॉल में आयोजित हुई। कार्यशाला में पुलिस थाना साइबर ब्रांच से अंकित यादव ने साइबर अपराध से बचाव एवं डिजिटल साक्षरता पर चर्चा करते हुए बताया कि साइबर सुरक्षा बहुत ही चिंता का विषय है। आजकल साइबर खतरे किसी को भी प्रभावित कर सकते है। साइबर अपराध ऐसे अपराध होते है जो कम्प्यूटर, इंटरनेट या मोबाइल टेक्नोलॉजी का उपयोग कर के अपराध व ठगी करते है। साईबर अपराधी सोशल नेटवर्किग साईटों, ई-मेल, चेटरूम, नकली सॉफटवेयर वेबसाईट इत्यादि प्लेटफोर्म का उपयोग करके पीड़ितो पर हमला करते है। कोई भी वॉटसअप पर लिंक या एपीके फाईल आये तो उसको ऑपन नहीं करें। सोशल मिडिया पर अंजान लोगो को दोस्त नहीं बनायें।
यादव ने कहा कि आजकल डिजिटल ठगी भी बहुत चल रहीं है इससे सावधान रहने को कहा गया व पासवर्ड, मोबाईल नं. अपने नाम से नहीं रखे। अपने मोबाइल में संचार साथी, राजकोष सिटीजन एप व चक्षु पोर्टल डाउनलोड करने के बारे में बताया। अग्रणी बैंक जिला प्रबंधक अशोक कुमार पाण्डे ने बताया कि बैंक से कोई भी डायरेक्ट किसी तरह का ऑफर का मेसेज नहीं देते है तथा बैंक जैसे ही मैसेज आपके मोबाइल पर भेजे तो बैंक से कन्फर्म कर के ही लेन देने करें। किसी भी गलत व्यक्ति को प्रलोभन में आकर अपना खाता उपयोग करने के लिए नहीं देवें। आप किसी भी अपराध में फंस सकते है। राजीविका से सुधांशी सिंह द्वारा साइबर अपराध से बचाव व यातायात वाहन चालक नियमों के बारे में बताया गया। महिला व बाल विकास विभाग उपनिदेशक राजकुमारी खोरवाल ने महिलाओं को साईबर अपराध से सतर्क रहने एवं डिजिटल साक्षरता के बारे में बताया।
सहायक निदेशक महिला अधिकारिता नगेन्द्र तोलम्बिया द्वारा उपस्थित महिला सहभागियों से आग्रह किया है कि आज का विषय अति महत्वपूर्ण है। साइबर अपराध व डिजिटल साक्षरता व यातायात नियमों के प्रति सजग व जागरूक रहें ताकि कोई भी ठगी हमारे साथ नहीं हो सके और किसी भी नुकसान के होने से बच सकें। सत्यनारायण भाम्भी वरिष्ठ लिपिक द्वारा सभी सहयोगियों का आभार प्रकट कर कार्यशाला का समापन किया। इस कार्यशाला में कुल 65 महिलायें उपस्थित है।



