गणतंत्र दिवस का जिला स्तरीय समारोह आदर्श स्टेडियम में आयोजित

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बाडमेर। 76वें गणतन्त्र दिवस का जिला स्तरीय समारोह रविवार को आदर्श स्टेडियम में हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया। समारोह के मुख्य अतिथि उद्योग एवं वाणिज्य, युवा मामले एवं खेल, कौशल, नियोजन, उद्यमिता एवं नीति निर्धारण विभाग राज्यमंत्री के.के. विश्नोई ने प्रातः 9 बजे राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इसके बाद उन्होंने परेड का निरीक्षण किया तथा सलामी गारद द्वारा प्रस्तुत मार्च पास्ट की सलामी ली।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि उद्योग एवं वाणिज्य विभाग राज्यमंत्री के.के. विश्नोई ने 76वें गणतंत्र दिवस पर सभी को शुभकामनाएं एवं बधाई देते हुए कहा कि आज ही के दिन हमने देश के संविधान को अंग्रीकृत किया था। 75 वर्ष पूर्व हमारा देश संविधान को लागू कर लोकतांत्रिक गणराज्य बना। संविधान ने स्वतंत्रता संग्राम के आदर्शों और नैतिक मूल्यों को अपने में समाहित किया है। आजादी से लेकर गणतंत्र बनने का यह सफर आसान नहीं था। अनगिनत प्राणों की आहुतियां, कुर्बानियों, त्याग और तपस्या ने देश को वर्तमान का यह स्वरूप दिया है। विश्व की प्राचीनतम सभ्यताओं में से एक भारत, विश्व का एक मात्र ऐसा देश है जिसके पग-पग पर बोली, पहनावा, खान-पान, रीति-रिवाज बदलते है। ‘‘पांच कोस पर बदले पाणी, बारह कोस पर बदले वाणी।’’ राजस्थानी कहावत इसी अनेकता में एकता, हिन्द की विशेषता को प्रकट करती है।

इस दौरान उन्होंने कहा कि विविधताओं के साथ देश की अखंडता और एकता को बनाये रखना आसान नहीं था। अलगाववाद, आतंकवाद, धार्मिक हिंसा, नक्सलवाद जैसी नापाक ताकतों ने कई वार सिर उठाया। परन्तु देश ने मजबूती और साहस से इसका जवाब दिया। गणतंत्र दिवस का यह उत्सव हमारे अधिकारों, कर्तव्यों और स्वतंत्रता को संरक्षित करने वाले संविधान के सम्मान का प्रतीक है। नव-पीढी में इस दिन के महत्व के संचार के साथ, यह दिन हमें याद दिलाता है कि हम केवल अधिकारों के नहीं, बल्कि कर्तव्यों के भी भागीदार है। हमारा संविधान केवल एक पुस्तक नहीं बल्कि राष्ट्र की आत्मा है। यह समाज के प्रत्येक वर्ग के लिए एक सुरक्षित और समान जीवन की नींव है। उन्होंने कहा कि मैं नमन करता हूं, बाबा साहेब अंबेडकर को, जिन्होंने संविधान को इस रूप में लाने में महती भूमिका निभायी। देश और संविधान निर्माण में बाबा साहेब के अमूल्य योगदान के लिए हम सदैव ऋणी रहेंगे। इसी भावना को ध्यान में रखते हुए माननीय प्रधानमंत्री ने बाबा साहेब के जीवन से जुड़े पांच स्थानों का पंचतीर्थ के रूप में विकास कराया। ताकि आने वाली पीढ़ियां युगों-युगों तक देश निर्माण में उनके योगदान को जान सके।

उन्होंने कहा कि आर्यभट्ट से लेकर आदित्य एल-1 तक का अंतरिक्ष में सफर हो या न्यूक्लियर पॉवर बनने का। वैश्विक स्तर पर हमने हर मोर्चे पर धाक जमायी है। 1947 में जब हम स्वतंत्र हुए, तो अर्थव्यवस्था गरीब और विकासशील थी। लेकिन आज भारत विश्व की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। केन्द्र एवं प्रदेश सरकार उद्योग, व्यापार, कृषि, सेवा सहित सभी क्षेत्रों में महत्वपूर्ण निर्णय ले रही है। जिससे देश की अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है और रोजगार के सुनहरे अवसर सृजित हुए है। लेकिन हमारी यह उपलब्धि तब तक अधूरी है जब तक कि यह समावेशी नहीं हो, सस्टेनेबल नहीं हो। माननीय प्रधानमंत्री ने समावेशी विकास की इसी आवश्यकता को समझते हुए ‘‘प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना’’ को देश भर में लागू किया। इस योजना में नाई, धोबी, दर्जी, माली, सुथार, लुहार, कुम्हार, चर्मकार जैसे परिवार आधारित 18 विभिन्न ट्रेडों में काम करने वाले दस्तकारों को शामिल किया गया है। हमारा प्रदेश योजना के अन्तर्गत लगभग 20.36 लाख पंजीकरण के साथ 6वें स्थान और लाभार्थियों को ऋण उपलब्ध कराने में देश भर में दूसरे स्थान पर है।

राज्यमंत्री विश्नोई ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व वाली प्रदेश सरकार ने संविधान में निहित लोककल्याण की मूल भावना को विभिन्न नीतियों और योजनाओं के माध्यम से साकार किया है। राज्य सरकार ने शिक्षा, खेल, महिला सशक्तिकरण, रोजगार, उद्योग के क्षेत्र में अनेक पहलों से समावेशी समाज का निर्माण किया है। राइजिंग राजस्थान समिट के माध्यम से हुए लगभग 35 लाख करोड़ के एमओयू प्रस्ताव अब धरातल पर आने शुरू हो चुके है। ये नये निवेश राज्य के औद्योगिक परिवेश में बदलाव के साथ-साथ रोजगार सृजन के नये अवसर लाएंगे । उन्होंने कहा कि 180 बिलियन डॉलर वाली राज्य अर्थव्यवस्था को 350 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में यह एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। राज्य सरकार ने 2 लाख 95 हजार युवाओं को विभिन्न योजनाओं में 622 कौशल विकास केन्द्रों के माध्यम से कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया है । जो आने वाले समय में कौशल परक रोजगार प्राप्त करने में मददगार होगा।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2024 में पेरिस में संपन्न पैरा ओलंपिक खेलों में अवनी लेखरा ने स्वर्ण पदक, सुंदरसिंह एवं मोना अग्रवाल ने कांस्य पदक जीत कर प्रदेश को गौरवान्वित किया है। भारत सरकार ने प्रदेश की सु दिव्यकीर्तिसिंह राठौड़ को अर्जुन पुरस्कार तथा एथलेटिक्स प्रशिक्षण महावीर सैनी को द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित किया है। जो राज्य के लिए निश्चित ही गौरव का विषय है। बहाड़ राव परमार की ओर से स्थापित बाड़मेर, संत मल्लिनाथ, बाबा रामदेव, संत खेताराम, खेमाबाबा और राजस्थानी साहित्यकार इशरदान बारहठ के जन्म का साक्षी रहा है। बाड़मेर स्थापत्य, हस्तशिल्प और धार्मिक पर्यटन में भी विश्वभर में विशेष स्थान रखता है। प्रयागराज की पावन त्रिवेणी आज जहां महाकुंभ की साक्षी बनी है, वहीं सुइयां माता मेला के अर्द्धकुंभ की साक्षी चौहटन की धरा रही। थार महोत्सव, विष्णु धाम सोनड़ी का जंभेश्वर मेला, मल्लीनाथ जी का पशु मेला, आलम जी का मेला, रानी भटियाणी का मेला, खेतेश्वर ब्रह्मधाम आसोतरा, विरात्रा माता, नागणेची माता, कपालेश्वर महादेव, नाकौड़ा भैरव, गरीबनाथ, पार्श्वनाथ और किराड़ू के मन्दिर देश-विदेश से श्रद्धालुओं को आकर्षित करते है। यहीं नहीं, बाड़मेर के वस्त्र आधारित हस्तशिल्प और रंगाई छपाई ने यहां की महिलाओं को वैश्विक पहचान दिलायी है। जो महिला सशक्तिकरण का श्रेष्ठ उदाहरण है। खनिज तेल और प्राकृतिक गैस की सम्पदा से धनी रहे बाड़मेर जिले ने पिछले कुछ समय में अभूतपूर्व प्रगति की है। जिले की अनवरत प्रगति सुनिश्चित करने के लिए किए गए प्रयासों में आईटीआई बाड़मेर में इंडस्ट्री 4.0 के दौर की तकनीकों के विषय जैसे 3डी प्रिंटिंग, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, मल्टीमीडिया, एनीमेशन प्रारंभ किया जाना, ग्राम पंचायत गुड़ामालानी, धोरीमन्ना, सिणधरी, चौहटन को नगर पालिका में क्रमोन्नयन, गुड़ामालानी में नवीन पॉलीटेक्निक कॉलेज, कवास, शिव, चौहटन और गुड़ामालानी में आयुष्मान मॉडल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का विकास शामिल है।

उन्होंने कहा कि हमारी युवा शक्ति हमारी सबसे बड़ी ताकत है। लेकिन मुझे यह यह कहते हुए दुःख हो रहा है कि प्रदेश का युवा नशे की गिरफ्त में आ रहा है। मै सभी युवाओं से आग्रह करता हूं कि वे आगे आएं, नशे की गिरफ्त से बाहर निकलें और अपने कौशल व प्रतिभा के बल पर राजस्थान और देश को नई ऊंचाइयों तक ले जाएं। अंत में, मैं हमारे संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर और उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों को नमन करता हूं, जिन्होंने हमें यह लोकतांत्रिक व्यवस्था प्रदान की। आइए, हम सभी मिलकर संकल्प लें कि हम राजस्थान और भारत को हर क्षेत्र में अग्रणी बनाएंगे। इस अवसर पर शहीदों को याद कर नमन किया तथा शहरवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी।

गणतन्त्र दिवस के मुख्य समारोह में इस बार मार्च पास्ट में परेड कमाण्डर सी.आई. सुमेरसिंह राठौड़ के नेतृत्व में बीएसएफ, आरएसी, राजस्थान पुलिस, राजस्थान महिला पुलिस, बोर्डर होमगार्ड, अरबन होमगार्ड, एनसीसी सीनियर, एनसीसी सीनियर गर्ल्स एवं स्कॉउट एण्ड गाइड से रेन्जर दल शामिल हुए। इसके पश्चात् अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेन्द्रसिंह चांदावत ने माननीय राज्यपाल महोदय के सन्देश का पठन किया । पुलिस विभाग के बैण्ड दल की प्रस्तुति के बाद स्थानीय शिक्षण संस्थाओं के बालक-बालिकाओं की ओर से व्यायाम प्रदर्शन किया गया। तत्पश्चात् समूह गान की प्रस्तुति दी गई। इसके बाद बालचरों द्वारा पिरामिड प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम को आगे बढाते हुए ख्यातनाम अन्तर्राष्ट्रीय लोक कलाकार स्वरूप पंवार एवं बिहारी पंवार ने देश भक्ति गीत प्रस्तुत किया।

इस दौरान मुख्य अतिथि ने जिले के स्वतत्रंता सैनानियों एवं शहीदों के परिजनों का सम्मान किया। इसी कड़ी में मुख्य अतिथि ने विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वालों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम की अगली कड़ी में माल गोदाम रोड़ राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं ने सामूहिक लोक नृत्य की प्रस्तुत किया तथा इसके बाद नागरिक सुरक्षा की ओर से संयुक्त अभ्यास का प्रदर्शन किया गया। इसमें आपदा अथवा हवाई हमला होने के समय नागरिकों को सुरक्षित रखने एवं रेस्क्यू के जरिए जानमाल की सुरक्षा एवं राहत प्रदान करने करने के बारे में बताया गया। मुख्य समारोह की परेड में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले दलों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विभागों की ओर से जन कल्याणकारी योजनाओं, नवाचारों एवं विभिन्न विषयों से जुड़ी झांकियों आकर्षण का केन्द्र रही। राष्ट्रगान के साथ प्रातः कालीन कार्यक्रम का समापन हुआ।

समारोह में चौहटन विधायक आदूराम मेघवाल, बाड़मेर विधायक डॉ. प्रियंका चौधरी, जिला प्रमुख महेन्द्र चौधरी, जिला कलेक्टर टीना डाबी, जिला पुलिस अधीक्षक नरेन्द्रसिंह मीणा, अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेन्द्रसिंह चांदावत, मुख्य कार्यकारी अधिकारी सिद्धार्थ पालानीचामी, अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक जस्साराम बोस, उपखण्ड अधिकारी वीरमाराम एवं समाजसेवी दिलीप पालीवाल, स्वरूपसिंह खारा समेत पुलिस, प्रशासन, बीएसएफ, सेना, वायुसेना के अधिकारी, जन प्रतिनिधि, जिले के शहीदों एवं स्वतन्त्रता सैनानियों के परिजन तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित रहें। प्रातःकालीन कार्यक्रम की कमेन्ट्री प्रोफेसर मुकेश पचौरी एवं सहयोगी रूपाली शर्मा ने की। गणतंत्र दिवस पर जिला कलेक्ट्रेट में अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेन्द्रसिंह चांदावत ने ध्वजारोहण किया एवं गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी। जिला परिषद में जिला प्रमुख महेंद्र चौधरी ने तिरंगा फहराया।

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