विज्ञान प्रदर्शनी और बाल मेलो से छात्रों को मिलता है प्रोत्साहन : एडीएम

ram

सीकर। अतिरिक्त जिला कलक्टर रतनकुमार ने कहा है कि सूचना और टेक्नोलॉजी के दौर में शिक्षण संस्थानों में विज्ञान प्रदर्शनी मेले एवं बाल मेले जैसे कार्यक्रम आयोजित होते रहने चाहिए। इससे प्रतिभाओें को आगे बढ़ने का मौका मिलता है।

एडीएम शनिवार को पिपराली रोड़ स्थित अग्रणी शिक्षण संस्थान एम. के. मेमोरियल में विज्ञान प्रदर्शनी और बाल मेले के उद्घाटन के बाद आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने स्कूल के प्रतिभावान छात्र-छात्राओं द्वारा लगाए गए प्रोजेक्ट की सराहना करते हुए उत्साहवर्द्धन किया। इस मौके पर मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी शीशराम कुल्हरी ने कहा कि संस्थान के छात्रों ने प्रोजेक्ट तैयार कर एक नवाचार किया है जो साइंस शिक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। विज्ञान प्रदर्शनी में छात्रों ने बिजली ट्रांसफार्मर, वाटर पोल्यूशन, स्ट्रीट लाइट, सोलर ऊर्जा, टेस्ला सिद्धान्त, रैन डिटेक्टर, रॉकेट, वाटर प्योरीफिकेशन और सौर मण्डल सहित अनेक प्रोजेक्ट तैयार किए थे, जिन्हें देखकर एडीएम भी चकित रह गए। एडीएम रतनकुमार जी ने एवं मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी श्री शीशराम कुल्हरी ने विद्यार्थियों द्वारा बनाये गए लगभग 50 से अधिक प्रोजेक्ट की प्रशंसा व सराहना की। साथ ही आपने विद्यार्थियों द्वारा बाल मेले में बनाये गये विभिन्न प्रकार के व्यंजन को चखकर विद्यार्थियों का हौंसला बढ़ाया। कार्यक्रम में अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक आर. के. लाटा ने कहा कि मौजूदा दौर में विज्ञान प्रदर्शनी में प्रोजेक्ट तैयार करना समय की जरूरत है। इससे छात्रों को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। आपने बाल मेले में विद्यार्थियों द्वारा बनाये गये विभिन्न व्यंजनों की भी सराहना की। कार्यक्रम में यातायात पुलिस उप अधीक्षक पूनम ने कहा कि विज्ञान प्रदर्शनी आकर्षण का केन्द्र रहा। विद्यार्थियों ने ऐसे प्रोजेक्ट तैयार किए हैं, जो दैनिक जीवन में समझने और सीखने की दृष्टि से उपयोगी थे। आपने बाल मेले में विद्यार्थियों का हौसला बढ़ाते हुए उन्हें व्यापार करने की जानकारी दी। एम. के. संस्थान का यह एक बहुत ही शानदार और प्रेरणादायी आयोजन है। इससे पहले अतिथियों ने विज्ञान प्रदर्शनी एवं बाल मेले का विधिवत उद्घाटन किया। बाल मेले में विद्यालय के विद्यार्थियों को चार वर्गों ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद एवं अर्थववेद में विभाजित कर अलग-अलग व्यंजन तैयार करवाये गये जिनमें विद्यार्थियों के द्वारा ये व्यंजन स्वयं बनाकर विद्यालय के अन्य विद्यार्थियों को खिलाए । बाल मेले में विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। बाल मेले में गोल-गप्पे, चाट-पपड़ी, सैंडविच, भेलमूरी, कोल्डड्रिंक, पेस्ट्री आदि और विभिन्न प्रकार के खेल आकर्षक का केन्द्र रहे। अतिथियों का स्वागत एम. के. शिक्षण संस्थान के चेयरमैन महावीर प्रसाद ढ़ाका, निदेशक इंजी. मनीष ढ़ाका, एम.डी. संजय शर्मा, प्रिंसिपल संगीता शर्मा, आशा शर्मा एवं एकेडमिक हेड नेहा वर्मा ने किया। बाल मेला एवं विज्ञान प्रदर्शनी के दौरान स्पाइडर मैन, डोरेमोन और मोटू पतलू की जोड़ी ने सबको अपनी ओर आकर्षित किया। संस्थान की सदस्य आंचल चौधरी ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *