US में अबकी बार ट्रंप सरकार, अमेरिका में भी फेल हो गये सारे चुनावी सर्वेक्षण

ram

अमेरिका में अबकी बार ट्रंप सरकार बनने का रुझान सामने आते ही रिपब्लिकन पार्टी के समर्थकों का उत्साह देखते ही बन रहा है। स्विंग स्टेटस में ट्रंप को मिलती बढ़त देखकर कमला हैरिस के समर्थक काउंटिंग सेंटरों को छोड़कर जाने लगे हैं। दूसरी ओर डोनाल्ड ट्रंप के समर्थक पूरे अमेरिका में नाचते गाते दिख रहे हैं। इस चुनाव की खास बात यह भी रही कि अमेरिका में भी चुनाव सर्वेक्षण विफल साबित हुए हैं। पहले सबने अनुमान लगाया था कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में बहुत कांटे की टक्कर रहने वाली है और इस बार का चुनाव अमेरिकी इतिहास में सबसे करीबी मुकाबले के रूप में देखा जायेगा। लेकिन ट्रंप ने जिस तरह की निर्णायक बढ़त हासिल की है वह दर्शा रही है कि सारे अनुमान गलत साबित हुए और मतदाता डेमोक्रेटिक पार्टी के शासन से तंग आ गये थे। जिस तरह कमला हैरिस तगड़े चुनाव प्रचार के बावजूद करारी हार झेल रही हैं उससे यह अनुमान भी सहज ही लगाया जा सकता है कि यदि ट्रंप के मुकाबले जो बाइडन मैदान में उतरे होते तो उन्हें कितनी तगड़ी हार झेलनी पड़ती।
हम आपको बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप शुरुआती मतगणना में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस से आगे हैं। ट्रंप ने 247 निर्वाचक मंडल वोट जबकि हैरिस ने 210 निर्वाचक मंडल वोट हासिल कर लिए हैं। हम आपको बता दें कि 270 या उससे अधिक निर्वाचक मंडल वोट जीतने वाला उम्मीदवार राष्ट्रपति चुना जाता है। व्हाइट हाउस की दौड़ में कौन जीतेगा यह इन सात ‘स्विंग राज्यों’ के नतीजों पर निर्भर करेगा, जिनमें एरिजोना, जॉर्जिया, मिशिगन, नेवादा, उत्तरी कैरोलाइना, पेन्सिल्वेनिया और विस्कॉन्सिन शामिल हैं। हम आपको बता दें कि अमेरिका में 50 राज्य हैं और उनमें से अधिकतर राज्य हर चुनाव में एक ही पार्टी को वोट देते रहे हैं, सिवाय ‘स्विंग’ राज्यों के। बताया जाता है कि चुनावी रूप से अहम माने जाने वाले इन ‘स्विंग’ राज्यों में मतदाताओं का रुझान बदलता रहता है। जनसंख्या के आधार पर राज्यों को निर्वाचक मंडल वोट दिए जाते हैं। हम आपको बता दें कि कुल 538 निर्वाचक मंडल वोट के लिए मतदान होता है। 270 या उससे अधिक निर्वाचक मंडल वोट पाने वाले उम्मीदवार को चुनाव में विजेता घोषित किया जाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *