जयपुर। वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संजय शर्मा ने शनिवार को जलझूलनी एकादशी के अवसर पर राजस्थान जल महोत्सव 2024 के अन्तर्गत अलवर जिले कि सिलीसेढ झील की पाल पर आयोजित जिला स्तरीय जल महोत्सव में शिरकत कर जलाशय का पूजन कर अच्छी बारिश के लिए ईश्वर और प्रकृति के प्रति कृतज्ञता जताई। उन्होंने जल संरक्षण करने और एक पेड़ मां के नाम लगाने की शपथ भी दिलाई।
शर्मा ने इस दौरान मीडिया प्रतिनिधियों से बात करते हुए कहा कि ईश्वर और प्रकृति की कृपा से इस बार प्रदेशभर में अच्छी बारिश हुई है। उन्होंने कहा कि बरसात खुशहाली का प्रतीक है और राजस्थान के निवासियों को जल की एक-एक बूंद के महत्व की बखूबी समझ है। जल को सहेजने और प्रकृति का संरक्षण हमारी परम्परा रही है। राज्य सरकार ने राजस्थान की जनता को अच्छी बारिश होने के हर्ष एवं उल्लास में शामिल होने के लिए जलझूलनी एकादशी के अवसर पर राज्य के पूर्ण भरे हुए जलाशयों पर राजस्थान जल महोत्सव 2024 कार्यक्रम आयोजित कर ईश्वर और प्रकृति के प्रति कृतज्ञता जताने का अवसर प्रदान किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा पर्यावरण संरक्षण की दिशा में धरती माता एवं जननी माँ के प्रति सम्मान जताने के उद्देश्य के साथ एक पेड माँ के नाम अभियान विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून के अवसर पर प्रारम्भ किया है। इस अभियान के तहत देश भर में पोर्टल पर अब तक 50 करोड़ से अधिक लोगों ने पौधे लगाने की फोटो अपलोड की है। राजस्थान में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के कुशल नेतृत्व में एक पेड माँ के नाम अभियान के साथ हरियालो राजस्थान अभियान को जोडते हुए अब तक 7 करोड़ से अधिक पौधे लगाये जा चुके है, इस अभियान के तहत आगामी पाँच वर्षाे में प्रदेश में 50 करोड़ से अधिक पौधे लगाये जाएंगे।
वन मंत्री ने किया जयसमन्द बांध का निरीक्षण—
संजय शर्मा ने जयसमन्द बांध का निरीक्षण कर जायजा लिया। उन्होंने कहा कि अच्छी बारिश होने से करीब 8 वर्ष उपरान्त बांध में पानी की अच्छी आवक हुई है। उन्होंने कहा कि अलवर जिले व शहर में पेयजल की पर्याप्त उपलब्धता रहे इसके लिए राज्य सरकार ने अलवर जिले के लिए अभूतपूर्व घोषणाएं की है। जिसके अन्तर्गत जयसमन्द बांध में निर्बाध रूप से पानी की आवक होने को मद्देनजर रखते हुए नटनी का बारा से आने वाली कैनाल को पक्का कराने के कार्य की राज्य सरकार से बजट में घोषणा कराई गई है। इसका कार्य यथाशीघ्र प्रारम्भ होगा। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार सिलीसेढ क्षील के पास बोरवैल के माध्यम से अलवर शहर में जलापूर्ति की योजना, भाखेडा में एनीकट निर्माण कार्य, सभी विधानसभा क्षेत्रों में बोरवैल व हैण्डपम्प लगाने की घोषणा के साथ पूर्वी राजस्थान की महत्वाकांक्षी योजना पीकेसी ईआरसीपी की घोषणा बजट में की गई है जिसमें अलवर सहित आस-पास के जिलों में पेयजल व सिंचाई जल की आपूर्ति हो सकेगी।