बून्दी। कृषि विज्ञान केन्द्र श्योपुरिया बावड़ी पर ‘‘एक पेड़ माँ के नाम’’ अभियान के तहत केन्द्र परिसर पर वृक्षारोपण का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। जिसमें केन्द्र के वैज्ञानिक, कर्मचारियों सहित रेड्डी कार्यक्रम के तहत कृषि महाविद्यालय, हिण्डोली व कोटा से आये हुये 25 विद्यार्थियों ने भाग लिया।
सह आचार्य पशुपालन डॉ. घनश्याम मीणा ने बताया कि एक पेड़ माँ के नाम अभियान एक जन आंदोलन है और लोग पेड़ लगाकर अपनी मां और धरती मां को सम्मान देते हुए भाग ले रहे हैं कृषि में, पेड़ उगाना टिकाऊ खेती को प्राप्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। पेड़ मिट्टी, पानी की एवं पर्यावरण की गुणवत्ता में सुधार करके और जैव विविधता को बढ़ाकर कृषि उत्पादकता को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
पेड़ किसानों को लकड़ी और गैर-लकड़ी उत्पादों से अतिरिक्त आय का स्रोत भी प्रदान करते हैं। पेड़ पशु-पक्षियों के लिए भोजन, छाया एवं आसरा देते हैं, मनुष्य एवं पशु-पक्षियों को प्राणवायु देते हैं तथा वातावरण से कार्बन डाई आॅक्साइड को ग्रहण करते हैं। धरती का तापमान कम करने एवं वर्षा करने में सहायक होते हैं। अभियान में भूमि क्षरण और मरुस्थलीकरण को रोकने और उलटने की अपार क्षमता है।
उद्यान वैज्ञानिक इंदिरा यादव, ने केन्द्र परिसर पर ‘‘एक पेड़ माँ के नाम’’ अभियान के तहत वृक्षारोपण कार्य करवाया। जिसमें सहजन, जामुन, मोल फाइकस एवं हार श्रृंगार के 25 पौधे लगाए गये। इस दौरान केंद्र के फार्म मैनेजर महेन्द्र चैधरी, चन्द्र प्रकाश श्रृंगी, लोकेश प्रजापत, विकास ताखर, विजेन्द्र वर्मा एवं रामप्रसाद फामस मौजूद रहे एवं सहयोग प्रदान किया।