बॉलीवुड की दिग्गज अदाकारा शबाना आज़मी ने हाल ही में कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में एक जूनियर डॉक्टर के बलात्कार और हत्या पर अपनी गहरी पीड़ा व्यक्त की। उन्होंने निराशा व्यक्त की कि निर्भया मामले के बाद 2012 में जस्टिस वर्मा समिति के गठन के बावजूद बलात्कार के मामलों में कमी नहीं आई है।
शबाना ने कहा, “ऐसी घटनाएँ बेहद ख़तरनाक हैं। पुणे में एक कार्यक्रम में 73 वर्षीय शबाना ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, “यह देखना शर्मनाक है कि निर्भया मामले के दौरान 2012 में जस्टिस वर्मा समिति के गठन के बावजूद इस तरह के जघन्य कृत्य कम नहीं हुए हैं।” शबाना ने आगे कहा, “हमें महिलाओं को वस्तु की तरह नहीं समझना चाहिए… हमें पितृसत्ता को खत्म करने की जरूरत है जो हमारे अंदर गहराई से जड़ जमा चुकी है।” बुधवार, 28 अगस्त को सुबह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी देश में बलात्कार के मामलों में वृद्धि पर निराशा व्यक्त की।

बलात्कार के मामलों में वृद्धि पर Shabana Azmi बोली- पितृसत्ता को खत्म करने की ज़रूरत
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