पाली। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, पाली सचिव व अपर जिला न्यायाधीश द्वारा रिद्धी सिद्धी सेवा संस्थान द्वारा संचालित मानसिक विमंदित पुनर्वास गृह, रामासिया तथा गुमान कंवर नेत्रहीन आवासीय विद्यालय पाली की विजिट की गई। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव विक्रम सिंह भाटी ने बताया कि कोई भी व्यक्ति किसी अक्षमता या निर्योग्यता के कारण न्याय प्राप्त करने के समान अवसरों से वंचित ना रहे एवं सभी पात्र व्यक्तियों को राज्य की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त होता रहे।
इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु गृहों में निवासरत ऐसे दिव्यांग छात्र/छात्राएं जो अकादमिक शिक्षा/व्यावसायिक शिक्षा/कला पेंटिंग इत्यादि क्षेत्र में विशेष योग्यता रखते है, उन्हें उच्चतर शिक्षा/प्रशिक्षण हेतु छात्रवृत्ति उपलब्ध करवाए जाने के संबंध में गृह प्रबंधक को जानकारी दी गई एवं प्रतिभावान छात्र/छात्राओं की सूची ली गई ताकि उन्हें उच्चतर अध्ययन/प्रशिक्षण हेतु छात्रृति उपलब्ध करवायी जा सके।
सचिव भाटी ने आश्रम में भोजन-पेयजल व्यवस्था, चिकित्सा व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था, पुनर्वास करने की प्रक्रिया इत्यादि के संबंध में जानकारी ली। दौरान विजिट रसोई की सफाई, कमरों की सफाई, स्नानघर एवं शौचालयों की साफ-सफाई, गर्मी के मौसम के अनुकूल बच्चों हेतु कूलर की व्यवस्था उचित पाई गई। पुनर्वास गृह में बालकों को संतुलित पौष्टिक आहार उपलब्ध करवाया जाता है। केयरटेकर निकी सागर ने बताया कि पुनर्वास गृह में मंदबुद्धि बच्चों के आवास, भोजन, शिक्षण एवं योगा की निशुल्क सुविधा उपलब्ध हैं। सचिव भाटी ने पुनर्वास गृह से मानसिक विमंदित बच्चों के पुनर्वास के संबंध में भी जानकारी ली। साथ ही पुनर्वास गृह में मिलने वाली सुविधाओं एवं व्यवस्थाओं तक बालकों की पहुंच सुगम रखने, समय-समय पर बालकों की चिकित्सकीय जांच करवाने के निर्देश दिए गए। इस दौरान पुनर्वास गृह प्रबंधक निकी सागर तथा नेत्रहीन आवासीय विद्यालय के प्रबंधक छगनलाल उपस्थित रहें।