बाड़मेर। मच्छरजनित बीमारियों पर लगाम लगाने के लिए चिकित्सा विभाग लगातार प्रयासरत है। इस कड़ी में एक कदम आगे बढ़ाते हुए अब विभाग टेक्नोलॉजी का भी सहारा लेगा। इस वर्ष मच्छर जनित बीमारियों के अधिक प्रसार की आशंका के चलते जिले में स्वास्थ्य विभाग ओडीके एप (ओपन डाटा किट) के जरिए बीमारियों पर रोक लगाने का प्रयास करेगा। इस नवाचार से प्रदेशभर में मौसमी बीमारियों की स्थिति की रियल टाइम मॉनिटरिंग हो सकेगी और बचाव व रोकथाम के लिए तत्काल कारगर कदम उठाए जा सकेंगे।
सीएमएचओ डॉ. संजीव मितल ने बताया कि विभाग की एसीएस शुभ्रा सिंह के निर्देशों पर इस बार ओडीके एप से मौसमी बीमारियों की रोकथाम एवं मॉनिटरिंग करेंगे। मुख्यत: मलेरिया, डेंगू, चिकुनगुनिया की तीव्रता बारिश के दौरान अगस्त से लेकर अक्टूबर-नवबर तक रहती है। इस पर प्रभावी नियंत्रण के उद्देश्य से नई तकनीक का उपयोग होगा। एप का मुख्य उद्देश्य मच्छरों के प्रजनन में कमी लाना है। मच्छर प्रजनन के संभावित स्थान जैसे कि सड़क पर पड़ा हुआ कचरा, नाली में सफाई के अभाव में ठहरा पानी, गड्ढ़ों में भरा पानी, खाली प्लॉट में कचरा, पानी, बड़े जल स्रोतों यथातालाब, जोहड़, बावड़ी आदि में कचरा, घर के बाहर पानी के अन्य स्त्रोत टंकी आदि की फोटो एप पर अपलोड की जाएगी।इसमें एलएचवी, सीएचओ, एमपीडब्ल्यू, डीबीसी वर्कर, ब्लॉक स्तर से बीपीएम, ब्लॉक सुपरवाइजर, बीसीएमओ, जिला स्तर से सीएमएचओ, आरसीएचओ व डिप्टी सीएमएचओ सहित अन्य अधिकारी फोटो अपलोड करेंगे।
नगर निकाय व पंचायत करेंगी आवश्यक गतिविधियां
विभाग ओडीके एप के माध्यम से मच्छर जनित बीमारियों की ऑनलाइन मॉनिटरिंग करेगा। एप से मच्छर के प्रजनन व लार्वा पाए जाने वाले स्थानों की फोटो लेकर स्वायत्त शासन विभाग या पंचायती राज विभाग को भेजना होगा। फोटो मिलने के बाद संबंधित विभाग उन स्थानों पर मच्छर रोधी गतिविधियां कर आमजन को बीमारियों से बचाएंगे। डिप्टी सीएम्एचओ डॉ पी.सी. दीपन ने बताया कि मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम एवं बचाव के लिए ठहरे पानी के निस्तारण एवं पानी के स्त्रोतों के फोटो खींचकर ओडीके एप के माध्यम से रिपोर्ट करने के साथ जिले में मच्छर रोधी गतिविधियां कर आमजन को बीमारियों से बचाएंगे। इसमें स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभागों की अहम भूमिका रहेगी।
जल भराव वाले स्थानों पर एन्टीलार्वल गतिविधियों का आयोजन
शनिवार को हुई बारिश के बाद जिला कलेक्टर निशांत जैन के निर्देशानुसार मानसून के कारण जल भराव की स्थिथि को देखते हुए जल भराव वाले स्थानों पर एन्टीलार्वल एक्टिविटी के निर्देश दिए गए, इसके उपरांत मुख्य चिकित्सा एवं स्वस्थ्य अधिकारी डॉ संजीव मितल स्वयं एम्बुलेंस में बैठ बलदेव नगर पहुँच कर वास्तविक स्तिथि का जायजा लिया और जल भराव वाले स्थानों पर स्वयं द्वारा एन्टीलार्वल एक्टिविटी कर फील्ड स्टाफ को प्रोत्साहन किया, साथ ही जल भराव की स्थिथि देख चिंता जाहिर की जिसके क्रम में तत्काल टीम बना कर बलदेव नगर में युद्ध स्तर पर एक्टिविटी करने के निर्देश दिए, साथ ही आमजन से अपील कर आग्रह किया कि अपने घर के आस पास जल भराव न होने दे साथ ही घर के पास अगर कोई खाली प्लाट या स्थान है तथा जल भराव है तो उसकी सुचना प्रशासन को देवे ताकि आवश्यक गतिविधियां की जा सके | एन्टीलार्वल एक्टिविटी के दौरान उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वाथ्य अधिकारी डॉ पी सी दीपन ने कहा की बारिश के बाद जल भराव होने के कारण बिमारियों के बढ़ने की संभावना रहती है, अत: हम सभी को जागरूक रहने की आवश्यकता है |



