जयपुर। उपनिवेशन मंत्री हेमंत मीणा ने सोमवार को विधानसभा में कहा कि हनुमानगढ़ जिले की भादरा एवं नोहर तहसील के शेष रहे गांवों में चकबन्दी, मुरब्बाबंदी एवं किलाबन्दी का कार्य शीघ्र पूर्ण कराया जायेगा। उन्होंने जानकारी दी कि कार्य को निर्धारित समयावधि में पूरा नहीं करने पर राज्य सरकार द्वारा कम्पनी पर शास्ति आरोपित की गई है।
उपनिवेशन मंत्री प्रश्नकाल के दौरान सदस्यों द्वारा इस सम्बन्ध में पूछे गए पूरक प्रश्न का जवाब दे रहे थे। उन्होंने सदन को बताया कि भादरा, नोहर और टिब्बी तहसील में चकबन्दी, मुरब्बाबंदी एवं किलाबन्दी के कार्य के लिए जिला कलेक्टर हनुमानगढ़ और वाप्कोस कंपनी के बीच 15 मई 2017 को समझौता हुआ था, जिससे तहत 15 मई 2018 को यह कार्य पूर्ण होना प्रस्तावित था।
उपनिवेशन मंत्री ने बताया कि उक्त कार्य निश्चित अवधि में पूर्ण नहीं होने पर 3 बार इस अवधि को बढाया गया और इसके उपरांत कंपनी पर शास्ति आरोपित की गयी। उन्होंने बताया कि समझौते के अनुसार इस कार्य के लिए कुल 5 करोड़ 90 लाख के भुगतान का प्रावधान था। वर्तमान में भादरा तहसील के 52, नोहर तहसील के 48 तथा टिब्बी तहसील के 2 राजस्व गांवों में चकबन्दी, मुरब्बाबंदी एवं किलाबन्दी का कार्य किया जाना शेष है।
इससे पहले विधायक संजीव कुमार के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में उपनिवेशन मंत्री ने बताया कि भादरा एवं नोहर तहसील के उपनिवेशन क्षेत्र में आने वाले उक्त राजस्व ग्रामों में चकबन्दी, मुरब्बाबंदी एवं किलाबन्दी का बकाया कार्य शीघ्र पूर्ण करवाया जाना है। उन्होंने बताया कि उपनिवेशन विभाग एवं राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने कम्पनी द्वारा किये गये कार्य की जांच की एवं वाप्कोस कम्पनी द्वारा अब तक किये गये कार्यों में पाई गयी त्रुटियों को दूर करवाया जा रहा है। उक्त त्रुटियों को दूर कर चकबन्दी, मुरब्बाबंदी तथा किलाबंदी का बकाया कार्य शीघ्र पूर्ण करवाया जायेगा।
उपनिवेशन मंत्री ने भादरा व नोहर तहसील के चकबन्दी, मुरब्बाबंदी एवं किलाबन्दी में शेष रहे ग्रामों एवं बकाया कार्यों के कारणों की सूची सदन के पटल रखी।