Delhi Capitals ने पोंटिंग को मुख्य कोच पद से हटाया, गांगुली संभाल सकते हैं जिम्मेदारी

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नयी दिल्ली । दिल्ली कैपिटल्स ने सात साल बाद मुख्य कोच रिकी पोंटिंग से अलग होने का फैसला किया है क्योंकि उनकी मौजूदगी में फ्रेंचाइजी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में अपने खिताबी सूखे को खत्म करने में नाकाम रही है। फ्रेंचाइजी ने शनिवार को सोशल मीडिया के जरिये यह घोषणा की। पोंटिंग के हटने के बाद इस बात की संभावना है कि टीम के मौजूदा निदेशक सौरव गांगुली अगले सत्र में मुख्य कोच के रूप में काम कर सकते हैं। दिल्ली कैपिटल्स ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘जैसे-जैसे आप हमारे मुख्य कोच के रूप में आगे बढ़ें, हमें इसे शब्दों में बयां करना अविश्वसनीय रूप से कठिन हो रहा था। आपने हमें देखभाल, प्रतिबद्धता, जज्बा और प्रयास के बारे में बताया। यह हमारे सात वर्षों के साथ-साथ काम करने का सार हैं।’’

फ्रैंचाइज़ी ने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी के साथ अपने लंबे जुड़ाव को लेकर भावनात्मक पोस्ट किया लेकिन टीम प्रबंधन सात साल में कोई खिताब नहीं जीत पाने के कारण उनके काम से खुश नहीं है। ऑस्ट्रेलिया के दो बार के विश्व कप विजेता कप्तान पोंटिंग 2019 में टीम के मुख्य कोच बने थे। उनकी देखरेख में टीम 2021 में पहली बार फाइनल में पहुंचने में सफल रही लेकिन इसके बाद उसके प्रदर्शन में गिरावट दर्ज की गयी।

दिल्ली कैपिटल्स के प्रबंधन से जुड़े एक करीबी सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘दिल्ली कैपिटल्स के शीर्ष अधिकारियों ने रिकी को सूचित किया है कि वे इस बात से खुश नहीं हैं कि टीम सात साल में चैंपियनशिप नहीं जीत पाई। टीम प्रबंधन सहयोगी स्टाफ में बदलाव करने की कोशिश कर रहा है। वह अगले साल टीम के साथ नहीं रहेंगे।’’ यह समझा जाता है कि टीम प्रबंधन से जुड़े लोग चाहते थे कि पोंटिंग आईपीएल शुरू होने से कुछ हफ्ते टीम से जुड़ने की जगह नीलामी प्रक्रिया और टीम निर्माण में अधिक जिम्मेदारी निभाई।’’

यह देखना होगा कि क्या दिल्ली कैपिटल्स एक नया मुख्य कोच नियुक्त करता है या टीम निदेशक सौरव गांगुली को मुख्य कोच के रूप में काम करने के लिए कहता है। टीम के सहायक कोच प्रवीण आमरे का पद पर बने रहना लगभग तय है। इस मामले में आगे की रणनीति पर चर्चा के लिए दिल्ली के सह-मालिक जेएसडब्ल्यू और जीएमआर समूह की इस महीने के अंत में या अगले महीने की शुरुआत में बैठक होने वाली है। आईपीएल के अगले सत्र से पहले होनी वाली खिलाड़ियों की बड़ी बोली से पहले टीम के मौजूदा खिलाड़ियों को बनाए रखना एक और मुद्दा है जिस पर चर्चा होगी। अगर सिर्फ चार खिलाड़ियों को रिटेन करने की छूट रही तो टीम के पास ऑस्ट्रेलिया के जेक-फ्रेजर मैकगर्क या दक्षिण अफ्रीका के ट्रिस्टन स्टब्स में से किसी एक को ही बनाये रखने का विकल्प होगा। भारतीय खिलाड़ियों में टीम कप्तान ऋषभ पंत, अक्षर पटेल और कुलदीप यादव को रिटेन करना चाहेगी।

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