तृणमूल कांग्रेस की बड़बोली सांसद महुआ मोइत्रा ने एक और विवादित बयान दे दिया है। इस बार उनके निशाने पर राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा हैं। रेखा शर्मा पर जिस प्रकार की टिप्पणी महुआ मोइत्रा ने की है उससे देश में राजनीति गर्मा गयी है। सवाल उठ रहा है कि एक महिला ही दूसरी महिला के खिलाफ ऐसी अभद्र टिप्पणी कैसे कर सकती है? हम आपको बता दें कि सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट किये गये एक वीडियो में उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई भगदड़ के स्थल पर एनसीडब्ल्यू अध्यक्ष रेखा शर्मा के पहुंचने को दिखाया गया था जिस पर टिप्पणी करते हुए महुआ ने लिखा, ‘‘वह अपने बॉस का पजामा संभालने में बहुत व्यस्त हैं।’’ महुआ ने इसके बाद अपनी पोस्ट को हटा दिया था। हम आपको बता दें कि वास्तविक पोस्ट में दिखाया गया है कि एक व्यक्ति एनसीडब्ल्यू अध्यक्ष के पीछे छाता पकड़कर चल रहा है। एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष पर स्पष्ट रूप से तंज कसते हुए महुआ ने कहा, ‘‘मैं अपना छाता खुद संभाल सकती हूं।”
महुआ मोइत्रा की पोस्ट के जवाब में एनसीडब्ल्यू ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘अभद्र टिप्पणी अपमानजनक है और यह गरिमा के साथ रहने के एक महिला के अधिकार का उल्लंघन है। आयोग ने पाया कि यह टिप्पणी भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 79 के अंतर्गत आती है।’’ एनसीडब्ल्यू ने कहा कि वह अपमानजनक टिप्पणियों की कड़ी निंदा करता है और मोइत्रा के खिलाफ सख्त कार्रवाई चाहता है। एनसीडब्ल्यू ने लिखा, ‘‘मोइत्रा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए और तीन दिनों के भीतर आयोग को एक विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट से अवगत कराया जाना चाहिए।’’ इसके अलावा एनसीडब्ल्यू ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को लिखे पत्र में अनुरोध किया कि लोकसभा अध्यक्ष इस मामले की जांच कराकर मोइत्रा के खिलाफ उचित कार्रवाई करें। एनसीडब्ल्यू ने कहा कि यह ‘अभद्र’ टिप्पणी न केवल अपमानजनक है, बल्कि यह गरिमा के साथ रहने के एक महिला के अधिकार का उल्लंघन है।