पाली। अस्पतालों में अचानक आग लग जाने पर किस प्रकार से आग पर काबू पाया जा सकता है। इस व्यवस्था को जांचने के लिए गुरूवार को जिला मुख्यालय पर स्थित राजकीय बांगड़ चिकित्सालय में मॉकड्रिल किया गया।
सीएमएचओ डॉ.विकास मारवाल ने बताया कि हीटवेव को देखते एवं अस्पतालों के वार्डों में अचानक आग लगने की घटना से इंकार नहीं किया जा सकता है। आग लगने के दौरान आग पर किस प्रकार से काबू पाया जा सकता है। अस्पताल प्रषासन की तैयारियों को लेकर जिला प्रषासन के निर्देष पर गुरूवार दोपहर डेढ़ बजे बांगड़ अस्पताल में मॉकड्रिल किया गया।
बांगड़ अस्पताल के अधीक्षक डॉ.पीसी व्यास ने बताया कि गुरूवार दोपहर डेढ बजे अस्पताल प्रषासन को सूचना मिली कि बांगड़ अस्पताल के कोविड ओपीडी विंग में अज्ञात कारणों से आग लग गई है। आगजनी की सूचना मिलते ही अस्पताल में हंड़कंप मच गया। इसकी भनक लगने पर यह सूचना नर्सिंग स्टेषन पर दी गई तथा वहां से नर्सिंगकर्मी व गार्ड भागते नजर आए। इधर, नर्सिंग अधिकारी को साइरन कोड रेड संदेष देते हुए घटनास्थल पहुंचे तथा वहां पर आगजनी पर काबू पाने का प्रयास किया।
बांगड़ अस्पताल के अतिरिक्त अधीक्षक डॉ.आरके बिष्नोई ने बताया कि मॉकड्रिल के दौरान अस्पताल प्रषासन ने नगर परिषद स्थित अग्निषमन को भी फोन कर आगजनी के बारे में अवगत कराया। 5 से 10 मिनट में ही दमकल वाहन भी सायरन बजाती हुई अस्पताल के घटना स्थल पर पहुंच कर आग पर काबू पाया। मॉकड्रिल के दौरान वार्ड में डमी के रूप में मरीज को बिठाया गया तथा वार्ड के एक कोने में आग की घटना का मॉकड्रिल किया गया। अस्पताल में नर्सिंग अधिकारियों, गार्ड व फायर बिग्रेड की गाड़ी को देखते हुए मरीजों एवं इनके साथ आने वाले परिजनों को हड़कंप मच गया तथा हकीकत जानने पर यह सिर्फ मॉकड्रिल नजर आया। मॉकड्रिल के दौरान अधीक्षक डॉ.पीसी व्यास, अतिरिक्त अधीक्षक डॉ.आरके बिष्नोई, नर्सिंग अधीक्षक गोबरराम आदि स्टॉफ उपस्थित रहा।
अस्पताल में अचानक आग लगने पर काबू पाने के लिए किया मॉकड्रिल
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