नौतपा, जो मई माह के अन्तिम सप्ताह में शुरू होता है और जून के प्रथम सप्ताह में समाप्त हो जाता है, गर्मी का सबसे तीव्र दौर होता है। इन 9 दिनों में सूरज पृथ्वी के सबसे करीब होता है, जिसके कारण तापमान अत्यधिक बढ़ जाता है। तेज गर्मी और लू के कारण शरीर से पसीना अधिक निकलता है, जिससे डिहाइड्रेशन और थकान की समस्या हो सकती है। नौतपा में थोड़ी सी सावधानी और खानपान में बदलाव करके आप स्वस्थ रह सकते हैं और गर्मी का आनंद ले सकते हैं। इन दिनों में अपने खान में कुछ फलों को शामिल जरूर करें और कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों से दूरी करें जो पेट में गर्मी पैदा करते हों।
क्या खाएं:
फल और सब्जियां—तरबूज, खरबूज, खीरा, ककड़ी, मौसमी हरी सब्जियां, लीची, आंवला, दही, छाछ, लस्सी आदि का सेवन करें। इनमें पानी और विटामिन की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर को हाइड्रेटेड रखने और गर्मी से बचाने में मदद करते हैं।
दालें और हल्के अनाज—दाल, चावल, ज्वार, बाजरा, रागी आदि का सेवन करें। ये पचने में आसान होते हैं और शरीर को आवश्यक ऊर्जा प्रदान करते हैं।
घी और देसी मक्खन—घी और देसी मक्खन का सेवन थोड़ी मात्रा में करें। इनसे शरीर को ठंडक मिलती है और पाचन शक्ति मजबूत होती है।
नारियल पानी—नारियल पानी में इलेक्ट्रोलाइट्स और खनिज होते हैं जो शरीर को हाइड्रेटेड रखने और गर्मी से बचाने में मदद करते हैं।
क्या न खाएं:
मसालेदार और तले हुए भोजन—मसालेदार और तले हुए भोजन से पेट में जलन और अपच हो सकती है।
मांस और मछली—मांस और मछली पचने में भारी होते हैं और शरीर में गर्मी पैदा करते हैं।
शराब और कैफीन—शराब और कैफीन से शरीर में पानी की कमी हो सकती है और डिहाइड्रेशन की समस्या बढ़ सकती है।
ठंडा पानी और आइसक्रीम—ठंडा पानी और आइसक्रीम पेट को ठंडा करते हैं, जिससे पाचन क्रिया धीमी हो सकती है।