बूंदी। जिला कलक्टर अक्षय गोदारा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि भीषण गर्मी के दौरान जिले के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में आमजन को पेयजल की समस्या का सामना नहीं करना पडे। पेयजल आपूर्ति एवं उपलब्धता के पर्याप्त प्रबंध रहे। जिन स्थानों पर टैंकरों से आपूर्ति की जानी है वहां नियमित रूप से टैंकरों से जलापूर्ति हो।
यह निर्देश जिला कलेक्टर ने सोमवार को आयोजित पानी, बिजली एवं मौसमी बीमारियों की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में दिए। बैठक में जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि मेडिकल कॉलेज में पेयजल समस्या का तुरंत समाधान सुनिश्चित किया जावे। पेयजल संबंधी शिकायतों को जिम्मेदार विभाग सर्वोच्च प्राथमिकता से समाधान सुनिश्चित करें।
उन्होंने निर्देश दिए कि कृषि कनेक्शन जारी करने के कार्य की गति को बढ़ाया जावे। साथ ही भीषण गर्मी के मौसम के मद्देनजर विद्युत आपूर्ति निर्बाध रहे। आमजन को विद्युत संबंधी परेशानी नहीं हो, इसका विशेष ध्यान रखा जावे। बिजली संबंधी शिकायतों का त्वरित समाधान किया जावे।
जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए नियमित रूप से फॉगिंग करवाई जावे। इसमें किसी तरह की ढिलाई नहीं बरतें। उन्होंने कहा कि आमजन को लू-तापघात से बचाव के लिए जागरूक किया जावे। चिकित्सालयों में दवाईयों की उपलब्धता रहे।
उन्होंने निर्देश दिए कि नगर परिषद द्वारा नियमानुसार फायर एनओसी जारी की जावे। उन्होंने निर्देश दिए कि संपर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों का निस्तारण तय समय पर किया जावे। भूमि रूपांतरण के प्रकरणों के निस्तारण को प्राथमिकता दी जावे।
उन्होंने जिले में समर्थन मूल्य पर फसल खरीद की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए जिन किसानों की जींस खरीदी गई है, उनका भुगतान समय पर हो, इसका ध्यान रखा जावे। श्रम विभाग यह सुनिश्चित करे कि दोपहर 12 से 3 बजे तक श्रमिकों से कार्य नहीं करवाया जावे। उन्होेंने निर्देश दिए कि सभी कार्यालयों में सभी प्रकार कार्य राज काज के माध्यम से हो। साथ ही अधिकारी यह भी सुनिश्चित करें कि कार्य संपादित होने के पश्चात राजकाज पर फाइल को आवश्यक रूप से डिस्पोज करवाया जावे।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर घनश्याम शर्मा, अतिरिक्त जिला कलक्टर सीलिंग नवरत्न कोली, मुख्य कार्यकारी अधिकारी दुर्गाशंकर मीणा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ओपी सामर सहित विद्युत, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, नगर परिषद के अधिकारी मौजूद रहे।