मौसमी बीमारियों व मलेरिया की रोकथाम के लिए शुरू हुआ मलेरिया क्रेश कार्यक्रम, 14 मई 2024 तक जारी रहेगा

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हनुमानगढ़। मौसमी बीमारियों एवं मलेरिया की रोकथाम के लिए 1 अप्रेल से 14 मई 2024 तक मलेरिया क्रेश कार्यक्रम आज से जिले हनुमानगढ़ सहित पूरे राज्य में शुरु हो गया। कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य विभाग के स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नवनीत शर्मा ने बताया कि जिला कलक्टर कानाराम के निर्देशन में जिले में मलेरिया क्रेश कार्यक्रम का प्रथम चरण 1 अप्रैल से 14 मई 2024 तक आयोजित किया जायेगा, जो जिले में आज सोमवार से शुरु हो गया। इस कार्यक्रम के अंतर्गत प्रभावित क्षेत्र में आशाओं की टीम बनाकर एएनएम एवं सीएचओ द्वारा घर-घर सर्वे कर मच्छरों की रोकथाम के लिए एन्टीलार्वल व एन्टीएडल्ट तथा सोर्स रिडक्शन व आईईसी गतिविधियां की जायेगी। डॉ. शर्मा ने बताया कि मलेरिया क्रश कार्यक्रम के तहत जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर प्रत्येक रविवार को सूखा दिवस (ड्राई-डे) मनाया जायेगा। इस दौरान आमजन को दैनिक उपयोग में लिए जा रहे कूलर, फ्रिज की ट्रे, पक्षियों के परिन्डे को खाली कर सुखाने व मच्छरजनित रोगों से बचाव के बारे में आमजन को जागरुक किया जायेगा।

उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (स्वास्थ्य) डॉ. सुनील विद्यार्थी ने बताया कि पानी भराव क्षेत्र में एएनएम/आशा/सीएचओ द्वारा एमएलओ डाला जाएगा ताकि मच्छरों के लार्वा को नष्ट किया जा सकें। इस कार्यक्रम के संबंध में जिले के सभी चिकित्सा संस्थानों पर पर्याप्त संख्या में दवाइयां व आवश्यक संसाधन की उपलब्धता सुनिश्चित करने एवं समय पर रोगियों का उपचार करने के लिए सभी संबंधित चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए है। साथ ही मलेरिया के्रश कार्यक्रम के तहत राजकीय चिकित्सालयों में मच्छरजनित बीमारियों हेतु मच्छरदानी बैड आरक्षित करते हुए वार्ड को मच्छररोधी बनाते हुये रोगियों का उपचार गाइडलाइन अनुसार किया जायेगा और मौसमी बीमारियों के बचाव हेतु आमजन को जागरुक करने के लिए आवश्यक आईईसी गतिविधियां आयोजित की जायेगी। डॉ. विद्यार्थी ने बताया कि इस दौरान मच्छरों की रोकथाम के लिए बॉयोलोजिकल कन्ट्रोल के तहत समस्त चिकित्सा स्थानों पर हैचरी निर्माण करके स्थाई जल स्त्रोतो में गम्बुशिया मछली डाली जायेगी तथा फील्ड सर्वे के दौरान पाये गये बुखार के रोगियों की अधिक से अधिक एक्टिव मलेरिया की स्लाइड ली जायेगी जिससे कि मलेरिया की प्रभावी रोकथाम की जा सके।

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