रतनगढ़।शिक्षाविद् चम्पालाल उपाध्याय की स्मृति में स्थापित उपाध्याय सम्मान का वितरण स्थानीय पंडित दीनदयाल उपाध्याय टाउन हॉल में आयोजित सम्मान समारोह में उड़ीसा के पूर्व राज्यपाल प्रोफेसर गणेशीलाल, पूर्व थलसेनाध्यक्ष जनरल दलबीर सिंह सुहाग, पूर्व सैन्य अधिकारी मेजर अभिमन्यु, भामाशाह नरनारायण सराफ तथा उत्तर क्षेत्र संघचालक प्रोफेसर सीताराम व्यास अतिथि के रूप में मंचस्थ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से प्रारम्भ हुआ। इस अवसर पर उड़ीसा के पूर्व राज्यपाल प्रोफेसर गणेशीलाल ने कहा कि शिक्षा का सदुपयोग कर हमारी सोच को हम इतना विकसित करें कि सारी दुनिया का साम्राज्य भी मिल जाये तो भी आगे बढ़ने की सोच बनी रहे। उन्होंने मातृशक्ति की विशिष्ठताओं पर व्याख्यान देते हुए कहा कि आदिशक्ति का रूप यदि इस धरा पर है तो वह मां है। पूर्व थलसेनाध्यक्ष जनरल दलबीर सिंह सुहाग ने भारतीय सेना द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक के माध्यम से सम्पूर्ण विश्व में दिये गये सन्देश के बारे में अपने विचार व्यक्त करते हुए तत्कालीन स्थितियों को विस्तारपूर्वक समझाया। उत्तर क्षेत्र संघचालक प्रोफेसर सीताराम व्यास ने चम्पालाल उपाध्याय द्वारा शैक्षिक क्षेत्र में किये गये योगदान का स्मरण करते हुए उन्हें विराट व्यक्तित्व का धनी बताया। पूर्व सैन्य अधिकारी मेजर अभिमन्यु ने आयोजन की प्रशंसा करते हुए इसे प्रेरणादायी बताया। पूर्व सूचना आयुक्त नारायण बारेठ ने शिक्षण संस्थाओं को मंदिर बताते हुए इनकी पवित्रता बनाये रखने का आह्वान किया। हरियाणा के सूचना आयुक्त प्रदीप कुमार शेखावत ने रतनगढ़ के सांस्कृतिक गौरव का स्मरण करते हुए शिक्षा को विकास की धुरी बताया। वरिष्ठ आईएएस अमित ढ़ाका ने कहा कि अपनी सोच के दायरे को सीमित नहीं रखकर व्यापकता प्रदान करनी चाहिए। प्रतिभाओं की इस क्षेत्र में कमी नहीं है। इससे पूर्व संस्था सचिव राजीव उपाध्याय एवं संस्थाध्यक्ष एडवोकेट घनश्यामचन्द्र सोनी ने अतिथियों का स्वागत सूत की माला पहनाकर एवं साहित्य भेंट कर किया। राजीव उपाध्याय ने शाब्दिक स्वागत करते हुए कार्यक्रम का परिचय प्रस्तुत किया। गायिका सीमा मिश्रा द्वारा प्रस्तुत देशभक्ति गीत ऐ मेरे वतन के लोगों पर उपस्थित नगरवासियों ने सुर में सुर मिलाये।
*सेवा वर्ग में राजस्थान के पूर्व सूचना आयुक्त एवं बीबीसी हिन्दी के वरिष्ठ – संवाददाता नारायण बारेठ, हरियाणा के सूचना आयुक्त प्रदीप कुमार शेखावत एवं अमित ढाका, आईएएस को प्रथम उपाध्याय सम्मान की पुरस्कार राशि एक लाख रूपये का चैक, अभिनन्दन पत्र एवं शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।
*भामाशाह वर्ग में नरनारायण सराफ, प्रदीप सराफ, भरत जालान, अरूण कुमार – अजीतसरिया, डॉ. अशोक सराफ के परिजन महावीर पंसारी, जोधराज बैद, शुभकरण बैद के परिजन रतनचंद बैद, हनुमान प्रसाद गनेड़ीवाल, पवन कुमार लोहिया के परिजन कैलाश लोहिया, निर्मल कुमार लोहिया के परिजन हरीश लोहिया, अशोक कुमार धानुका के परिजन नरेन्द्र धानुका, नन्दकिशोर जालान के परिजन गौरीशंकर जालान, ठर्ड परिवार से रमेश ठर्ड एवं सोहनलाल दूगड़ ट्रस्ट के प्रतिनिधि ओमप्रकाश चौधरी को उपाध्याय सम्मान के रूप में प्रशस्ति पत्र, शॉल व साहित्य भेंट कर सम्मानित किया गया।
*सहयोगी वर्ग में – निकेतन की पूर्व आचार्या निर्मला छबलानी के भाई डॉ. प्रकाश – छबलानी, शिक्षाविद् व बाल भारती राजलदेसर के संस्थापक कुन्दनमल बैद तथा निकेतन की स्थापना में सहयोगी बाबू श्यामसुन्दरलाल राजवंशी के पौत्र विपुल राजवंशी को उपाध्याय सम्मान के रूप में प्रशस्ति पत्र, शॉल व साहित्य भेंट कर सम्मानित किया गया। संचालन कुलदीप व्यास ने किया।