धौलपुर। भाजपा द्वारा जारी की गई दूसरी सूची में विधानसभा क्षेत्र धौलपुर से भाजपा ने डॉ. शिवचरण कुशवाहा को टिकट दी है। उनके सामने कांग्रेस शोभारानी कुशवाहा को मैदान में उतार सकती है। जहां भाजपा से डॉ. शिवचरण कुशवाहा को टिकट दे दिया गया है वहीं भाजपा की बागी विधायक शोभारानी कुशवाहा के एक दिन पहले ही कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करने से उनका कांग्रेस टिकट कंफर्म माना जा रहा है। ऐसे में वर्ष 2018 की तरह जीजा और साली फिर चुनावी मैदान में आमने-सामने होंगे। 2018 में भाजपा की टिकट से शोभा रानी कुशवाहा ने चुनाव लड़कर कांग्रेस से प्रत्याशी डॉ.शिवचरण कुशवाहा को हराया था, लेकिन इस बार दोनों ही पार्टियों ने प्रत्याशियों की अदला-बदली कर ली है। भाजपा की टिकट डॉ. शिवचरण कुशवाहा को मिल गई है, वहीं कांग्रेस की टिकट भाजपा को छोड़ कांग्रेस में शामिल हुई विधायक शोभारानी कुशवाहा को दी जा सकती है। भाजपा प्रत्याशी डॉ. शिवचरण कुशवाहा और विधायक शोभारानी कुशवाहा आपस में जीजा-साली हैं, जो वर्ष 2018 की तरह इस बार भी एक दूसरे को टक्कर देते हुए नजर आएंगे। हालांकि भाजपा और कांग्रेस के बीच होने वाले मुकाबले में बसपा प्रत्याशी रितेश शर्मा भी ताल ठोंकते नजर आ रहे हैं। पिछली बार की तरह इस बार भी धौलपुर विधानसभा में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है। वर्ष 2018 के चुनाव में भाजपा की शोभारानी कुशवाहा ने 67 हजार 349 वोट हासिल किए थे तो कांग्रेस प्रत्याशी डॉक्टर शिवचरण कुशवाहा को 47 हजार 989 वोट मिले थे, जिसके चलते शोभारानी कुशवाहा ने 19 हजार 360 वोटों से चुनाव जीत लिया था। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा को टक्कर देने के लिए बसपा प्रत्याशी रितेश शर्मा भी मैदान में है। रीतेश शर्मा वर्ष 2010 में धौलपुर नगर परिषद से भाजपा की टिकट से सभापति का चुनाव रिकॉर्ड वोटों से जीता था। इसके बाद उन्होंने बसपा का दामन थामते हुए धौलपुर विधानसभा में अपनी उम्मीदवारी पेश की है।