पहलगाम आतंकी हमले में जयपुर के 33 वर्षीय सीए नीरज उधवानी की मौत, पत्नी ने फोन कर दी परिवार को दुखद खबर

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जयपुर। पहलगाम आतंकी हमले में जयपुर के 33 वर्षीय सीए नीरज उधवानी की मौत हो गई। यह हमला परिवार को जिंदगीभर का घाव दे गया। जयपुर के मालवीय नगर में रहने वाले नीरज उधवानी, जो पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट थे और यूएई में कार्यरत थे, अब इस दुनिया में नहीं हैं। 33 वर्षीय नीरज अपनी पत्नी आयुषी के साथ कुछ दिनों की छुट्टी लेकर कश्मीर घूमने गए थे, लेकिन किसे पता था कि यह यात्रा उनकी ज़िंदगी की आखिरी यात्रा बन जाएगी।नीरज की पत्नी आयुषी ने जिस पल फोन कर बताया कि “नीरज को गोली लग गई है”, उसी क्षण जयपुर स्थित उनके घर में कोहराम मच गया। भाई किशोर को जैसे ही खबर मिली, वे परिवार सहित तुरंत दिल्ली रवाना हुए और वहां से कश्मीर के लिए फ्लाइट ली। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। नीरज को गोली लग चुकी थी और उनकी मौत हो चुकी थी।
दुबई से शिमला, फिर कश्मीर तक का सफर और फिर एक आतंकी हमला…
नीरज उधवानी यूएई के दुबई शहर में बतौर चार्टर्ड अकाउंटेंट कार्यरत थे। तीन महीने पहले ही मकर संक्रांति पर वे जयपुर आए थे। फरवरी 2023 में पुष्कर के भंवर सिंह पैलेस में आयुषी से उनका विवाह हुआ था। इस बार वे अपनी पत्नी के साथ एक रिश्तेदार की शादी में शामिल होने शिमला गए थे। वहीं से उन्होंने कश्मीर जाने का प्लान बनाया और वहां की खूबसूरत वादियों में एक नई याद बनाने निकल पड़े। लेकिन नियति ने कुछ और ही तय कर रखा था।मां की चीख—”जिस बेटे ने मच्छर भी नहीं मारा, उसे आतंकियों ने गोली से भून दिया!”नीरज की मां ज्योति उधवानी का दर्द शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा, “मेरा बच्चा तो इतना सीधा था कि कभी मच्छर तक नहीं मारा। उसको आतंकियों ने इतनी बेरहमी से मार डाला। भगवान इन दरिंदों को माफ नहीं करेगा।
“नीरज कहां है, किस हाल में है, कुछ पता नहीं…”
हमले के बाद आयुषी ने जब भाई किशोर को फोन किया, तब उनकी आवाज कांप रही थी। उन्होंने कहा, “नीरज को गोली लग गई है। मुझे नहीं पता वो किस हालत में है। बस इतना मालूम है कि हमें सुरक्षा बलों ने किसी सुरक्षित स्थान पर रखा है।”उस एक कॉल के बाद पूरे परिवार में हड़कंप मच गया। दिल्ली से कश्मीर तक का सफर बेचैनी और चिंता से भरा हुआ था। लेकिन वहां पहुंचते ही सच्चाई का सामना करना पड़ा—नीरज अब इस दुनिया में नहीं रहे।
10 साल पहले खोया पिता, अब जवान बेटे की मौत ने मां को तोड़ा
नीरज के पिता प्रदीप उधवानी का निधन 10 साल पहले हुआ था। मां ज्योति अकेले ही दो बेटों को बड़ा कर रही थीं। बड़ा बेटा किशोर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में इंस्पेक्टर है और अब वह अपनी मां को ढांढस बंधा रहा है, जो खुद अंदर से टूट चुकी हैं। रिश्तेदारों का आना-जाना जारी है, लेकिन हर चेहरा ग़मगीन है। हर आंख नम है।मालवीय नगर से मूक विदाई की तैयारीनीरज का पार्थिव शरीर जयपुर लाया जाएगा और गुरुवार सुबह 9 बजे अंतिम संस्कार किया जाएगा। मालवीय नगर स्थित उनके अपार्टमेंट फॉरेस्ट व्यू रेजीडेंसी में मातम पसरा है। यह वही जगह है जहां से नीरज अपने सपनों को उड़ान देने यूएई गया था और जहां अब उसकी अंतिम विदाई की तैयारी हो रही है।

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