पिछले 2 दिनों में कुल 258 वामपंथी उग्रवादियों ने हिंसा का रास्ता छोड़ा
जगदलपुर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार बनने के बाद से अब तक 2100 नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं। इसके अलावा करीब दो हजार नक्सलियों को गिरफ्तार और लगभग पांच सौ को निष्प्रभावी किया गया है। केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने आज सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि जनवरी 2024 में छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार बनने के बाद से 2100 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है जबकि 1785 को गिरफ्तार किया गया है और 477 को निष्प्रभावी किया गया है। यह 31 मार्च 2026 से पहले नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने के हमारे दृढ़ संकल्प का प्रतिबिम्ब है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में गुरुवार को 170 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। एक दिन पहले 27 ने हथियार डाले थे। महाराष्ट्र में भी 61 नक्सली हथियार त्याग कर मुख्यधारा में लौटे। उन्हाेने बताया कि पिछले 2 दिनों में कुल 258 वामपंथी उग्रवादियों ने हिंसा का रास्ता छोड़ा है। यह नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में बड़ी सफलता है। शाह ने एक्स पर लिखा कि हिंसा छोड़कर भारत के संविधान में अपना विश्वास पुर्नस्र्थापित करने के इन सभी के निर्णय की सराहना करता हूं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में सरकार की निरंतर कोशिशों का ही यह परिणाम है कि नक्सलवाद आखिरी सांंसें ले रहा है। नक्सलियों के विरुद्ध हमारी नीति स्पष्ट है, जो आत्मसमर्पण करना चाहते हैं, उनका स्वागत है, लेकिन जो लोग हथियार उठाए रहेंगे, उन्हें हमारी सुरक्षाबलों की कठोर कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने सभी नक्सलियों से मेरी अपील कि वे अपने हथियार त्याग दें और मुख्यधारा में लौट आएं। केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर बताया कि देश में अब नक्सली प्रभावित जिलों की संख्या 18 से घटकर 11 रह गई है। इसमें भी जो सबसे ज्यादा प्रभावित जिले थे। उनकी संख्या 6 से 3 रह गई है। अब केवल छत्तीसगढ़ का बीजापुर, सुकमा और नारायणपर ही 3 ऐसे जिले रह गए हैं।