करौली: भगवान बिरसा मुण्डा की 150वी जयंती-करौली में जनजातीय गौरव दिवस विकास प्रदर्शनी का प्रभारी मंत्री ने किया अवलोकनभगवान बिरसा मुंडा ने आदिवासी समाज को एक नई दिशा दीउनकी विरासत आज जनजाति समाज के दिलों में जीवित है -जिला प्रभारी मंत्री

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जयपुर। भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जन्म जयंती के उपलक्ष्य में मनाए जा रहे जनजातीय गौरव वर्ष के अंतर्गत देशभर की भांति करौली जिले में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इस उपलक्ष्य में सूचना केन्द्र के टाउन हॉल में जनजातीय गौरव दिवस का जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें राष्ट्र एवं राज्य स्तरीय कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया गया। जिला स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए करौली जिला प्रभारी मंत्री एवं गृह राज्य मंत्री श्री जवाहर सिंह बेढम ने कहा कि माँ भारती के महान सपूत एवं आदिवासी समाज के गौरव भगवान बिरसा मुंडा ने आदिवासी समाज को एक नई दिशा दी एवं देश के स्वतंत्रता आंदोलन में भूमिका निभाई, भगवान बिरसा मुंडा एक महान समाज सुधारक थे हम सभी को उनके पद चिन्हों पर चलना चाहिए, यह वर्तमान समाज में एक सकारात्मक संदेश देता है। उन्होंने जनजातियों को नशा खोरी जैसी बुराइयों को त्याग करने और लोगों को एकजुट रहकर सत्य के मार्ग पर चलने और ईश्वर की उपासना के लिए प्रेरित किया। उनकी विरासत आज जनजाति समाज के दिलों में जीवित हैं। उन्हें एक जननायक के रूप में याद किया जाता है। देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि विकास के साथ हमें विरासत को संजोकर रखना है सदियों से आदिवासी समाज ने प्रकृति संस्कृति साहस और सत्य के मार्ग को विरासत के रूप में जीवंत रखा है। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की पूरी जीवन यात्रा हमें यह सिखाती है कि समानता, शिक्षा, आत्मनिर्भरता और सामाजिक एकता ही प्रगति का मार्ग है। राज्य एवं केंद्र सरकार द्वारा भी आज उनके आदर्शों से प्रेरित होकर जनजातीय समुदाय के कल्याण, युवाओं के सशक्तिकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और परंपरा के संरक्षण के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। हमें इन्हें अधिक से अधिक लाभार्थियों तक पहुंचाना है ताकि भगवान बिरसा मुंडा का सपना समृद्ध, सशक्त और स्वाभिमानी समाज साकार हो सके। इस अवसर पर करौली विधायक श्री दर्शन सिंह गुर्जर ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने केवल अपने समाज के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए संघर्ष किया। उन्होंने अत्याचार, शोषण और अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाकर यह साबित किया कि एक सामान्य परिवार में जन्मा युवक भी देश और समाज में बड़े परिवर्तन ला सकता है। उनकी सोच और संघर्ष ने आदिवासी समाज में नई चेतना और आत्मसम्मान का संचार किया। कार्यक्रम के दौरान स्कूली छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुती दी गई व उपस्थित लोगों द्वारा वंदे मातरम् गीत के 150 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर गीत का सामूहिक गायन किया गया। जिला प्रभारी मंत्री ने कहा कि 150 वर्ष पूर्व बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने जब वन्दे मातरम् की रचना की, तब उन्होंने केवल एक गीत नहीं लिखा, बल्कि राष्ट्र की आत्मा को स्वर दिया। यह गीत स्वतंत्रता संग्राम की प्रेरणा बना, जिसने हर भारतीय के मन में मातृभूमि के प्रति प्रेम और त्याग की भावना जगाई। आइए, हम सब मिलकर यह प्रण लें कि अपने कर्म और परिश्रम से आत्मनिर्भर और विकसित भारत के निर्माण में अपना योगदान देंगे। जनजातीय गौरव दिवस प्रदर्शनी का प्रभारी मंत्री ने किया अवलोकनइससे पूर्व गृह, गोपालन, पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य विभाग के राज्य मंत्री व जिला प्रभारी मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने जनजातीय गौरव एवं जनकल्याणकारी योजनाओं से संबंधित प्रदर्शनी का शनिवार को अवलोकन किया। प्रदर्शनी में भगवान बिरसा मुंडा सहित स्वास्थ्य एवं शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं एवं उपलब्धियों से संबंधित विभागीय प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिन्हें सभी अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा उत्साहपूर्वक देखा गया।

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