जयपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की आरजीएचएस की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता, वित्तीय सुदृढ़ता एवं संस्थागत पुनर्गठन के लिए प्रभावी कदम उठाएगा। इसके लिए मानव संसाधन बढ़ाने के साथ ही योजना को तकनीकी रूप से सुदृढ़ किया जाएगा। साथ ही, एंटी फ्रॉड यूनिट का गठन किया जाएगा।
चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने बुधवार को स्वास्थ्य भवन में आरजीएचएस योजना की समीक्षा करते हुए इस संबंध में निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि योजना के सुचारू संचालन के लिए इससे संबंधित सभी कार्य पूर्ण पारदर्शिता एवं समयबद्धता से संपादित किए जाएं। योजना के तहत संदिग्ध पाए गए प्रकरणों एवं लंबित मामलों की शीघ्र समीक्षा कर इनका निराकरण सुनिश्चित किया जाए।
जल्द तैयार होगी नई एसओपी—
खींवसर ने कहा कि योजना के सुदृढ़ीकरण की दृष्टि से एक प्रभावी गाइडलाइन एवं एसओपी जल्द तैयार की जाए। तय समय सीमा में यह काम पूरा किया जाए ताकि लाभार्थियों को उपचार लेने में किसी तरह की कठिनाई नहीं हो। साथ ही, योजना से जुड़े अस्पताल, फार्मेसी एवं अन्य हितधारकों को भी अनावश्यक परेशानी नहीं हो और लोगों को योजना का पूरा लाभ मिले।


